Bastar BJP Leaders Murder: बस्तर में आतंक में कट रहे हैं बीजेपी नेताओं के दिन..अमित शाह से मांगी Z सुरक्षा
नक्सली सीधे तौर पर बीजेपी नेताओं को निशाना बना रहे हैं.यह चलन नवंबर में शुरू हुआ जब विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार चरम पर था. ऐसे में कुछ महीनों बाद लोकसभा चुनाव भी होने हैं.

बस्तर,Bastar BJP Leaders Murder: पिछले कुछ समय से बस्तर में हालात बदले हुए हैं. जहां अब तक नक्सली सीधे तौर पर पुलिस पार्टी या ग्रामीणों को निशाना बनाते थे, वहीं विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने स्थानीय नेताओं को नुकसान पहुंचाना शुरू कर दिया है. खासकर बस्तर में बीजेपी नेताओं की हत्याओं ने न सिर्फ राज्य बल्कि बस्तर, कांकेर, सुकमा, बीजापुर पुलिस को भी झकझोर कर रख दिया है. नारायणपुर और दंतेवाड़ा जैसे माओवाद प्रभावित इलाकों में काम करने वाले बीजेपी नेता भी चिंतित हो गए हैं. नक्सली सीधे तौर पर बीजेपी नेताओं को निशाना बना रहे हैं.यह चलन नवंबर में शुरू हुआ जब विधानसभा के लिए चुनाव प्रचार चरम पर था. ऐसे में कुछ महीनों बाद लोकसभा चुनाव भी होने हैं. जाहिर है नेताओं का दौरा और प्रवास होगा लेकिन बीजेपी नेताओं में नक्सली हमले का डर घर कर गया है. वे इसी सोच में डूबे हुए हैं कि इस खतरे के बीच वे जनसंपर्क कैसे करेंगे, अंदरूनी इलाकों तक कैसे पहुंचेंगे?
मिली है एक्स श्रेणी की सुरक्षा इन खतरों को भांपते हुए
बस्तर रेंज के 9 बीजेपी नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखा है. सभी नेताओं ने अपने लिए Z श्रेणी की सुरक्षा की मांग की है. लगातार हो रहे टारगेट को लेकर सभी ने गहरी चिंता जताई है. हालांकि ये वो नेता हैं जिन्हें पहले से ही एक्स श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है लेकिन अब ये नेता केंद्रीय गृह मंत्रालय से अपनी सुरक्षा में समीक्षा और अपग्रेडेशन चाहते हैं.
इससे पहले सरकार ने इन हत्याओं को लोकसभा चुनाव से पहले
बीजेपी कार्यकर्ताओं के मन में डर पैदा करने के इरादे से किया गया कायरतापूर्ण कृत्य करार दिया था। मीडिया से बात करते हुए गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि यह कायरतापूर्ण हैं। इससे पहले भी BJP के नेताओं को निशाना बनाया गया था। वे डर पैदा करना चाहते हैं, क्योंकि लोकसभा चुनाव नजदीक है और नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। इसलिए दहशत फैलाने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया गया है, ताकि भाजपा के कार्यकर्ता अंदरूनी क्षेत्र में न जा सके। इसलिए यह घटनाएं की जा रही हैं। कुछ भी हो, यह विष्णुदेव साय की सरकार है और हमारी प्रतिबद्धता बस्तर के हर कोने तक विकास पहुंचाने की है, जो भी ऐसी बाधाएं आएंगी, हम उन्हें दूर करेंगे। गौरतलब हैं कि एक साल के भीतर बस्तर में आधे दर्जन से ज्यादा नेताओं को निशाना बनाया जा चुका हैं।