बाल सेवा योजना का पोर्टल बनाया जा रहा है, सभी डाटा ऑनलाइन हो जाएगा, अब नहीं रुकेगी बच्चों की पढ़ाई!

कानपुर
बाल सेवा योजना का पोर्टल बनाया जा रहा है। सभी डाटा ऑनलाइन हो जाएगा। अभी मैनुअल तरीके से लाभार्थियों के खाते में धनराशि भेजी जाती है। डाटा ऑनलाइन होने पर लखनऊ मुख्यलाय से प्रदेशभर के सभी लाभार्थियों के खाते में एक साथ धनराशि भेजने की सुविधा रहेगी। पूरी व्यवस्था पारदर्शी हो जाएगी। यह सुविधा इसी माह के आखिर तक चालू करने की तैयारी है। बाल सेवा योजना और स्पांसरशिप योजना का ब्योरा अभी तक ऑफलाइन है। इस कारण मैनुअल तरीके से लाभार्थियों के खातों में धनराशि भेजी जाती है। इसके लिए अलग-अलग बिल बनाने पड़ते हैं। डाटा संग्रह में भी दिक्कत रहती है। लाभार्थी के बारे में किसी तरह की जानकारी में काफी समय लगता है।

इसी माह के आखिर तक बन जाएगा पोर्टल
अब इन दोनों योजना का इसी माह के आखिर तक पोर्टल बन जाएगा। इस पर सभी डाटा अपलोड होगा। बाल सेवा योजना में शहर में 189 और स्पांरशिप योजना में 1075 लाभार्थी हैं। पिता या मां अथवा दोनों के निधन पर बच्चों को पढ़ाई के लिए धनराशि दी जाती है। बाल सेवा योजना में ढाई हजार और स्पांसरशिप योजना में चार हजार रुपये प्रतिमाह पढ़ाई के लिए दिए जाते हैं। जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह का कहना है कि इन दोनों योजना का पोर्टल इसी माह तैयार होने की उम्मीद है। इसके बाद कई तरह की दिक्कतें दूर हो जाएंगी।

डीएम ने पात्र बच्चे चिह्नित करने के लिए कहा
जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि कोई भी बच्चा पढ़ाई से वंचित न हो। किसी भी बच्चे के पिता, मां या दोनों के निधन के बाद पढ़ाई प्रभावित हुई है तो ऐसे बच्चे चिह्नित किए जाएं। बीएसए और डीआइओएस को पत्र लिखकर ऐसे बच्चे चिह्नित करने के लिए कहा है जिनके पिता या मां का निधन होने पर वह पढ़ाई न कर पा रहे हो। इन्हें इन दोनों योजनाओं के तहत पढ़ाई के लिए धनराशि दिलाई जाएगी।

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button