अनाथ एवं जरूरतमंद बच्चों के पालन-पोषण और पढ़ाई के प्रति संवेदनशील है राज्य सरकार

अपूर्व शर्मा
राज्य सरकार अनाथ एवं जरूरतमंद बच्चों के पालन-पोषण और पढ़ाई के प्रति संवेदनशील है। पालनहार योजना के तहत अनाथ बच्चों की देखभाल और शिक्षा के लिए बच्चे के निकटतम रिश्तेदार या परिचित व्यक्ति को पालनहार बनाकर आर्थिक सहायता दी जा रही है।
टोंक जिले की पंचायत समिति निवाई के ग्राम सिरस निवासी कमला देवी के देवर पप्पू प्रजापत एवं देवरानी कमला देवी की हादसे में मृत्यु होने के बाद उनके तीनों बच्चों जितेन्द्र प्रजापत, धन्नू प्रजापत तथा रिंकू प्रजापत की जिम्मेदारी उनके कंधो पर आ गई। कमला देवी की माली हालत ठीक नहीं थी। इसलिए तीनों बच्चों के सर से माता-पिता का साया उठ जाने के बाद उनके पालन-पोषण की चिंता सताने लगी। ऐसे समय में राज्य सरकार की पालनहार योजना की जानकारी होने पर कमला देवी को राहत महसूस हुई। कमला देवी ने ई-मित्र पर जाकर पालनहार योजना की पूरी जानकारी प्राप्त कर आवेदन किया। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा आवेदन स्वीकृत कर लिया गया। अब प्रत्येक बच्चे को 2500 रूपये की आर्थिक सहायता मिलेगी। जिससे कमला देवी इन बच्चों का पालन-पोषण ठीक प्रकार से कर पाएगी।
इसी तरह पंचायत समिति निवाई की ग्राम जुगलपुरा निवासी संपति देवी के दो बच्चे अंकित तथा आशीष है। जिनके पिता का स्वर्गवास होने के बाद इनके परिवार में कमाने वाला नहीं होने के कारण आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई। जिससे इन बच्चों के पालन-पोषण तथा षिक्षा पर असर पड़ने लगा। किसी परिचित से पालनहार योजना की जानकारी होने पर संपति देवी ने ई-मित्र पर जाकर योजना के लिए आवेदन किया। उनका आवेदन स्वीकृत कर लिया गया। जिससे अब प्रत्येक बच्चे को 1000 रूपये प्रतिमाह की सहायता मिलेगी। जिससे अंकित एवं आशीष का जीवन संकट से उभरेगा और संपति देवी को बच्चों के पालन-पोषण में मदद मिल सकेगी।