महाकुंभ में भगदड़ के बाद क्राउड मैनेजमेंट के लिए प्रशासन अलर्ट

प्रयागराज

रेलवे के शीर्ष अधिकारियों के अनुसार प्रयागराज महाकुंभ के लिए कोई स्पेशल ट्रेन को रद्द नहीं किया गया है. सभी स्पेशल ट्रेनों का संचालक यथावत जारी रहेगा.

इसस पहले  पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेल डिवीजन के वाणिज्य प्रबंधक मनीष कुमार ने बताया था, ''पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से प्रयागराज जाने वाली महाकुंभ मेला स्पेशल ट्रेनों का परिचालन अगले आदेश तक रोक दिया गया है. रेगुलर ट्रेनें चलती रहेंगी.'' प्रयागराज में मौनी अमावस्या के मौके पर ज्यादा भीड़ और भगदड़ मचने की वजह से स्पेशल ट्रेनों को रोकने की बात कही जा रही थी.  

उधर, प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है. प्रयागराज जंक्शन पर रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) और पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़े इंतजाम किए गए हैं. मौनी अमावस्या स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को संगम तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है.  

महाकुंभ  में अब तक 13 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं. मौनी अमावस्या के पर्व पर करीब 10 करोड़ श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए पहुंचे हैं. बयान के मुताबिक, 25 जनवरी से ही लगभग एक करोड़ यात्री प्रतिदिन महाकुंभ में आने लगे हैं. इतनी भारी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनकी सुगम निकासी के लिए प्रयागराज रेल मंडल ने शहर के सभी स्टेशनों के लिए विशेष योजना और कुछ प्रतिबंध लागू किए हैं. ये प्रतिबंध मौनी अमावस्या से एक दिन पहले और दो दिन बाद तक लागू रहेंगे.

इसमें कहा गया है कि मौनी अमावस्या के स्नान पर्व के दिन प्रयागराज जंक्शन पर प्रवेश केवल सिटी की तरफ वाले दरवाजे से और प्लेटफॉर्म नं.-1 की ओर से दिया जाएगा. निकास केवल सिविल लाइंस और प्लेटफार्म नंबर 6 की ओर से होगा.

आरक्षित यात्रियों, जिनका पहले से टिकट आरक्षित है, उन्हें सिटी की तरफ स्थित गेट नंबर पांच से अलग से प्रवेश दिया जाएगा. जबकि अनारक्षित यात्रियों को दिशावार कलर कोडेडे आश्रय स्थलों के माध्यम से प्रवेश कराया जाएगा.

बयान के मुताबिक, टिकट के लिए आश्रय स्थलों में ही अनारक्षित टिकट काउंटर, ए.टी.वी.एम और मोबाइल टिकटिंग की व्यवस्था रहेगी. भीड़ के अतिरिक्त दबाव का प्रबंधन करने के लिए खुसरो बाग में एक लाख लोगों के ठहरने की व्यवस्था का इंतजाम किया गया है.

बयान के मुताबिक, मौनी अमावस्या पर्व पर नैनी जंक्शन में प्रवेश केवल स्टेशन रोड से और निकास केवल मालगोदाम की ओर से होगा. इसी तरह आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर दो से अलग से प्रवेश दिया जाएगा, जबकि प्रयागराज छिवकी स्टेशन पर प्रवेश केवल प्रयागराज-मिर्जापुर राजमार्ग को जोड़ने वाले सीओडी मार्ग से और निकास केवल जी.ई. सी नैनी रोड की ओर से होगा.

आरक्षित यात्री गेट नंबर 2 से प्रवेश करेंगे. सूबेदारगंज स्टेशन में प्रवेश झलवा, कौशाम्बी रोड की ओर से होगा जबकि निकास केवल जी.टी. रोड की ओर होगा. बयान में कहा गया है कि आरक्षित यात्री गेट नंबर 3 से प्रवेश करेंगे. इसमें कहा गया है कि अनारक्षित यात्रियों के लिए सभी स्टेशनों पर दिशावार ‘कलर कोडेड’ आश्रय स्थल बनाये गये हैं जहां से यात्रियों को उनके अलग-अलग रंग के टिकट के हिसाब से प्लेटफार्म पर पहुंचाया जाएगा. जहां से कई नियमित और मेला स्पेशल ट्रेन से यात्रियों को उनके गंतव्य स्टेशन तक पहुचांया जाएगा.

महाकुंभ में मची भगदड़ पर उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद कहा कि रात एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग के संगम नोज पर यह घटना हुई. बैरिकेड्स को फांदकर आने में कुछ श्रद्धालु घायल हुए हैं. उन्हें अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.

उन्होंने कहा कि कल साढ़े पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया था. संगम नोज पर लगातार दबाव बना हुआ है. लेकिन प्रशासन मौके पर मौजूद है. मौजूदा स्थिति को लेकर सुबह से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चार बार बात हुई है. उन्होंने मौजूदा स्थिति को लेकर हालचाल लिया है. गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी भी हालात का जायजा ले चुके हैं.

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मेरी अपील है कि अफवाहों पर ध्यान नहीं दें, संयम से काम लें. ये आयोजन सभी लोगों का है. प्रशासन उनकी सेवा के लिए तत्परता से लगा हुआ है. कोई भी अफवाह फैलाने का प्रयास करेगा तो उससे नुकसान हो सकता है. कोई अफवाह नहीं फैलाएं.

उन्होंने कहा कि प्रयागराज में भारी भीड़ का दबाव है. संगम नोज पर स्नान जरूरी नहीं है. श्रद्धालुओं के स्नान के बाद अखाड़ों का स्नान होगा. भीड़ कम होने पर संतों का स्नान होगा. नजदीक के घाट पर स्नान करेंगे. जिस घाट पर हैं, वही पर स्नान करें. संगम नोज की तरफ आने से बचें. प्रशासन का फोकस स्थानीय स्तर पर सकुशल स्नान कराने पर है. अलग-अलग अखाड़ों के संतों ने कहा है कि पहले श्रद्धालुओं को स्नान करने दीजिए. भीड़ कम होने पर अखाड़े स्नान करेंगे. पूरे कुंभ क्षेत्र में घाट बनाए गए हैं. श्रद्धालुओं को आने बढ़ने की जरूरत नहीं है, वे जहां हैं, उसी घाट पर स्नान करें. श्रद्धालुओं को ले जाने के लिए रेलवे प्रयागराज के अलग-अलग स्टेशनों से विशेष ट्रेनें चला रही है.

India Edge News Desk

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