मां सरस्वती की वंदना से आरंभ हो गया रामलीला का मंचन

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
शाहजहांपुर : जिले की प्रसिद्ध ओसीएफ श्री रामलीला का मंचन सोमवार को मां सरस्वती की वंदना से आरंभ हो गया सोमवार को प्रथम दिन के मंचन में दर्शाया गया भारद्वाज याज्ञवल्क्य संवाद , माता सती किस प्रकार सीता जी का रूप रखकर श्री राम जी की परीक्षा लेती हैं और प्रभु उनको पहचान लेते हैं श्रीराम सती को माता कहकर पुकारते हैं और कहते हैं माता आप अकेली ही वन में है , भोलेनाथ कहां है सती यह देखकर आश्चर्यचकित रह जाती हैं और सोचती हैं यह अनर्थ हो गया मुझसे , मैंने अपने स्वामी का कहा नहीं माना और अपनी अज्ञानता से सीता का रूप धारण कर श्री राम की परीक्षा ली । सती अपनी गलती का पश्चाताप करके वापस कैलाश लौट जाती हैं शिव जी अपनी ध्यान दृष्टि से यह देखकर कि सती ने सीता का रूप धारण किया है अब वह सती मेरे लिए माता के समान वंदनीय हो गए हैं इस देह से मेरा सती से मिलना नहीं होगा । अब मैं सती का त्याग करता हूं उधर दक्ष के घर पर यज्ञ का आयोजन होता है जिसमें राजा दक्ष शिव और सती को नहीं बुलाते हैं फिर भी सती चली जाती हैं और अपने पिता द्वारा करे गए अपने पति का अपमान सहन नहीं कर पाती हैं वह वही हो रहे यज्ञ में अपना शरीर त्याग देती हैं इसी प्रकार दक्ष का विध्वंस हो जाता है महादेव कामदेव का नाश करते हैं तथा इसी प्रकार सती परीक्षा व शिव विवाह के दृश्यों को भव्यता से दर्शाया गया ! मंचन ऑडनेंस समिति क्लब के कलाकारों द्वारा किया जा रहा है ।
(जी.एन.एस)