इंफोसिस ने कर्मचारियों के ‘वैरिएबल-पे’ को घटाकर लगभग 70 प्रतिशत कर दिया

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली : देश की दूसरी बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर इंफोसिस ने मर्जिन में कमी और कर्मचारियों की उच्च लागत के बीच जून तिमाही के लिए कर्मचारियों के औसत ‘वैरिएबल-पे’ को घटाकर लगभग 70 प्रतिशत कर दिया है। विप्रो ने भी हाल में मार्जिन घटने और टेक्नोलॉजी में निवेश के कारण कर्मचारियों के ‘वैरिएबल पे’ को रोक दिया था। इसके अलावा टाटा कंसल्टंसी सर्विस (TCS) ने भी कुछ कर्मचारियों के तिमाही वैरिएबल-पे को एक महीने के लिए टाल दिया है।
इंफोसिस ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के लिए वैरिएबल-पे को घटाकर 70 फीसदी कर दिया है और कर्मचारियों को भी इस बारे में सूचित कर दिया है। इस संबंध में भेजे गए ई-मेल का इंफोसिस ने फिलहाल कोई जवाब नहीं दिया।
इंफोसिस ने बढ़ती लागत के बीच जून तिमाही में अपने नेट प्रॉफिट में 3.2 फीसदी की वृद्धि दर्ज की थी। यह हालांकि, कंपनी के अनुमान से कम था। हाल ही में कंपनी ने कहा था कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में उसका कन्सॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट 3.2 फीसदी बढ़कर 5,360 करोड़ रुपए हो गया।
कंपनी ने अप्रैल-जून तिमाही के नतीजों की शेयर बाजारों को जानकारी देते हुए कहा था कि एक साल पहले की समान तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट 5,195 करोड़ रुपए रहा था। जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 23.6 फीसदी बढ़कर 34,470 करोड़ रुपए हो गया। अप्रैल-जून 2021 की तिमाही में यह 27,869 करोड़ रुपए रहा था।
(जी.एन.एस)