राज्य की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है पशुपालन

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
जयपुर : पशुपालन राज्य की अर्थव्यवस्था की मुख्य धुरी है, वही पशुपालन ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का प्रमुख साधन है. राज्य में पशुओं एवं पशुपालकों के कल्याण के लिए संचालित की जा रही योजनाओं का नतीजा यह ही की राज्य में अब पशुपालन ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि स्टार्ट अप के जरिये देश विदेशों में भी विशेष पहचान स्थापित के साथ परचम कायम है । राज्य में उन्नत पशुधन एवं पशुपालन के लिए अनुकूल परिस्थितियां युवा वर्ग को भी पशुपालन के क्षेत्र में आकर्षित कर रही है। इसी को मद्देनजर रखते हुए सरकार की योजनाओं में पशुपालन विशेष स्थान देते हुए पशुपालकों को लाभान्वित किया जा रहा है।
बचत राहत और बढ़त के साथ महंगाई से राहत देने के लिए प्रदेश भर में लगाए जा रहे महंगाई राहत कैम्प में राज्य सरकार की योजनाओं से आम जन को लाभान्वित किया जा रहा है। इस अवसर राज्य सरकार के अधिकारी एवं कर्मचारी कम से कम समय में सभी योजनाओं का लाभ लाभार्थियों को देने का हर संभव प्रयास कर रहे है। वहीँ लाभार्थियों को किसी तरह की परेशानियां न हो, इसके लिए समुचित इंतजाम महंगाई राहत कैम्प में प्रशासन द्वारा किये गए है। कैम्प में पशुपालकों को दो दुधारू पशुओं का 40 हजार रुपए का बीमा कवर मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना के अंतर्गत दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना के तहत कैम्प में पशुपालक विशेष रुचि दिखा रहे है एवं विभाग की अन्य योजनाओं की भी जानकारी प्राप्त करने में रूचि दिखा रहे है वही मौके पर मौजूद विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी भी पशुपालकों के लिए संकल्पित होकर कार्य रहे है।
मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना पशुपालकों के लिए राज्य सरकार की सबसे बड़ी सौगात-
जोधपुर निवासी लाभार्थी पशुपालक श्रीमती पोनी ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि शिविर में उन्हें योजना का लाभ बिना किसी औपचारिकता के बहुत ही कम समय में योजना का लाभ मिला। उन्होंने कहा कि लम्पी बीमारी के दौरान उन्होंने एवं उनके कई रिश्तेदारों में अपनी गायों की असमय मृत्यु को देखा था.जिसकी वजह से वे काफी आहत थे। अब उनके दुधारू पशुओं का बीमा हो गया है तो किसी भी प्रकार की पशुओं में होने वाली बीमारी का डर भी खत्म हो गया है। ऐसे में वे अब अपने पशुधन में वृद्धि के साथ बेहतर पशुपालन कर पाएंगे।
जब सेवा को ही धर्म मान ने वाले मुख्यमंत्री हो तो किस बात की चिंता
जोधपुर निवासी महिला पशुपालक श्रीमती छिनुडी मुख्यमंत्री कामधेनु पशु बीमा योजना का लाभ लेने के लिए महंगाई राहत शिविर में पहुंची। जब उन्होंने वहां के पुख्ता इंतजाम एवं अधिकारी व कर्मचारियों की सक्रियता को देखा तो कहा कि जब सेवा को ही धर्म मानने वाले मुख्यमंत्री हों तो अब हमें किस बात की चिंता। योजना में पंजीकरण करवाने के पश्चात् श्रीमती छिनुडी कहती है कि उन्हें अपने पशुओं में होने वाली बीमारियों को लेकर बेहद चिंता थी क्यों की गत वर्ष उनके दुधारू पशुओं की लम्पी बीमारी के कारण मृत्यु हो गयी थी. अब बीमा होने के बाद वो बिना किसी चिंता के अपने पशुओं की बेहतर देखभाल को अंजाम दे पायेगी। इस मौके पर उन्होंने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का आभार व्यक्त किया।