खुफिया एजेंसियों के रडार पर अंजू, गांववाले बोले- यहां आई तो घुसने नहीं देंगे...
फ्रेंड नसीरउल्लाह के इश्क में फंसकर भिवाडी से खैबर पख्तूनख्वा गई अंजू उर्फ फातिमा छह महीने बाद लौट आई है
ग्वालियर : फ्रेंड नसीरउल्लाह के इश्क में फंसकर भिवाडी (राजस्थान) से खैबर पख्तूनख्वा (पाकिस्तान ) गई अंजू उर्फ फातिमा छह महीने बाद लौट आई है। उसकी वापसी से खुफिया एजेंसियां फिर हरकत में आ गई हैं। प्रेमी से निकाह के बाद अंजू वापस क्यों लौटी है। उसके मायके और ससुराल वाले बोलने से कतरा रहे हैं, लेकिन उसकी वापसी से बौना गांव (टेकनपुर) में फिर खलबली है।
परिजन बोले- हमारी बेटी मर चुकी
गांव वालों के अलावा खुफिया एजेंसियां बौना गांव में अंजू के पिता और परिजन पर भी नजर रख रही हैं। दरअसल गांव वाले मान रहे हैं कि अंजू का हिंदुस्तानी पति अरविंद उससे नाता नहीं रखने की दलीलें दे रहा है। हो सकता है पति और बच्चों तक पहुंचने के लिए अंजू मायके वालों से मदद मांगे। हालांकि बौना गांव निवासी गयाप्रसाद भी अंजू के पाकिस्तान जाने के बाद बोल चुके हैं कि उनके लिए बेटी मर चुकी है।
पाकिस्तान जाने से आक्रोश में लोग
अंजू की वापसी से बौना गांव (डबरा, टेकनपुर ) के लोग आक्रोश में हैं। उनकी नजर में अंजू के पिता इसी गांव में रहते हैं। इसलिए गांव का नाम अंजू से जुड़ा है। पाकिस्तान जाकर अंजू ने गांव को बदनाम किया है। अगर अंजू यहां आती है तो उसे घुसने नहीं देंगे।
इन बिंदुओं पर निगरानी
अंजू की अचानक वापसी से एजेंसियां हैरान हैं। नसीरउल्लाह की बेगम बनने के लिए अंजू को पाकिस्तान में फ्लैट व पैसा उपहार में मिला था। वहां नामी गिरामी लोगों के साथ उसका उठना-बैठना था। फिर अचानक अंजू क्यों लौटी, यह बड़ा सवाल है। खैबर पख्तूनख्वा के ऊपर दीर में 6 महीने में अंजू मायके और ससुराल पक्ष के किन लोगों से संपर्क में थी। खैबर पख्तूनख्वा के जिस इलाके में अंजू थी, वहां आतंकवादी कैंप हैं और हनी ट्रैप की ट्रेनिंग दी जाती है।