अनुप्रति कोचिंग योजना : आर्थिक रुप से कमजोर छात्र- छात्राओं को निःशुल्क कोचिंग की सुविधा

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
उदयपुर : मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के माध्यम से राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के आर्थिक रुप से कमजोर छात्र- छात्राओं को आईआईटी, मेडिकल, राजस्थान सिविल सेवा, भारतीय सिविल सेवा जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की उत्कृष्ट तैयारी करने के लिए निःशुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है। इससे इन युवाओं को अपने अच्छे भविष्य का सपना साकार करने का मौका मिल रहा है।
योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, अति पिछड़ा वर्ग, अल्पसंख्यक एवं आर्थिक रुप से कमजोर वर्ग के वे परिवार जिनकी सालाना आय 8 लाख से कम है, के छात्र – छात्राओं को इस योजना का लाभ मिल रहा है। योजना के माध्यम से ये युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की नि: शुल्क कोचिंग कर अपने सपनों को पूरा करने का अवसर प्राप्त कर रहे हैं।
आईआईटी का सपना होगा पूरा
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा शुरू इस योजना से राज्य के उन युवाओं को प्रोत्साहन मिल रहा है, जो प्रोफेशनल डिग्री के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश चाहते हैं, लेकिन आर्थिक अभाव के कारण कोचिंग नहीं कर पा रहे हैं।
उदयपुर जिले के वैभव देराश्री और विनय देराश्री भी ऐसे ही युवा हैं, जो इस योजना का लाभ उठाकर अपने सपने साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इनके पिता किशन लाल देराश्री कहते हैं कि उनके दोनों बेटे आईआईटी में जाना चाहते हैं। पैसों की कमी के कारण वे कोचिंग की फीस भरने में असमर्थ थे। इस योजना के कारण आज उनके बेटे पूरी लगन के साथ अपना सपना पूरा करने में जुटे हैं। अनुप्रति कोचिंग योजना के माध्यम से दोनो भाई उदयपुर के एम. के. जैन क्लासेज में आई.आई.टी की कोचिंग प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षा के प्रति लगन और अपनी कड़ी मेहनत के चलते ही वैभव देराश्री ने उदयपुर जिले में 91.50 प्रतिशत अकों के साथ मेरिट में आकर अपना और अपने परिवार का नाम रोशन किया है।
किशन लाल राज्य सरकार का शुक्रिया अदा करते हुए कहते हैं कि मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना से राज्य के मेधावी युवाओं को अपना भविष्य संवारने का सुनहरा अवसर मिल रहा है। इस योजना से उनका और उनके बच्चों का भी सपना पूरा होने जा रहा है, इसके लिए वे सरकार के बहुत आभारी हैं।