ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक बना लिए तीन विकेट पर 94 रन

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ दिल्ली के अरूण जेतली स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया है। ऑस्ट्रेलिया ने लंच तक तीन विकेट पर 94 रन बना लिए हैं। भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने लंच से ठीक पहले मार्नस लाबुशेन (18) और स्टीव स्मिथ (शून्य) को पवेलियन भेजा। इससे पहले मोहम्मद शमी ने सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (15) को आउट किया। लंच के समय उस्मान ख्वाजा 50 और ट्रेविस हेड एक रन पर खेल रहे थे। भारत की तरफ से अश्विन ने 29 रन देकर दो जबकि शमी ने 31 रन देकर एक विकेट लिया है।
भारत ने इससे पूर्व नागपुर में खेले गए पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया को करारी हार देते हुए पारी और 132 रन से जीत दर्ज की थी। ऐसे में टीम इंडिया पूरे उत्साह के साथ मैदान में उतरेगी। वहीं ऑस्ट्रेलिया पिछले मैच की गलतियों को दूर करते हुए सीरीज में नई सिरे से शुरूआत करना चाहेगी। पैट कमिंस : हम पहले बल्लेबाजी करेंगे। बीच में घास जैसा दिखता है लेकिन दोनों सिरों पर खाली है। वहां काफी टर्न होगा, यह एक अच्छी परीक्षा होगी। कैम ग्रीन और मिच स्टार्क नहीं खेल रहे हैं, लेकिन हमारे पास रेनशॉ की जगह ट्रेविस हेड आ रहे हैं, और मैथ्यू कुह्नमैन डेब्यू करेंगे।
रोहित शर्मा : हम भी पहले बल्लेबाजी करते। पिच सूखी है, लेकिन मुझे लगता है कि पिछले मैच में हमने जो खेल दिखाया था, उसने टॉस को खेल से दूर कर दिया। आपको बस बाहर आना है और अच्छी क्रिकेट खेलनी है और टॉस के बारे में चिंता न करने के लिए समूह में यही बात हुई है। हम सभी उनके (पुजारा) लिए रोमांचित हैं, उनका परिवार भी यहां है। 100 टेस्ट मैच आसान नहीं होते, उनके करियर में काफी उतार-चढ़ाव आए। हमारे लिए एक बदलाव – श्रेयस अय्यर सूर्या की जगह टीम में हैं।
हर दूसरे भारतीय मैदान की तरह खेल के शुरुआती दिनों में पिच बल्लेबाजी के लिए शानदार होगी। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेगा स्पिनरों का निस्संदेह फिर से उपयोग किया जाएगा। इस ट्रैक में अपेक्षाकृत कम उछाल है, जो इसे बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण बनाता है। यहां पहली पारी में औसत स्कोर 342 रन है, जबकि चौथी पारी में औसत स्कोर 165 रन है। आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि इस ट्रैक पर पहले बल्लेबाजी करना सफलता के लिए महत्वपूर्ण होगा। इस स्टेडियम में शीर्ष विकेट लेने वाले अनिल कुंबले हैं और ऑस्ट्रेलियाई फिर से प्रभाव बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आ सकते हैं।