भागवत कथा : कंस बध के प्रसंग की अद्भुत कथा का वर्णन कर श्रोताओं का मन मोह लिया

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
परसपुर गोंडा : ग्राम बलमत्थर में चल रही भागवत कथा के छठवें दिन व्यास पीठ से कंस बध के प्रसंग की अद्भुत कथा का वर्णन कर श्रोताओं का मन मोह लिया।श्री धाम अयोध्या से पधारे प्रसिद्ध कथावाचक डा. महीधर शुक्ला ने संगीत मय शैली में कथा सुनाते हुए कहा कि कृष्ण की लीलाओं में कंस वध की लीला हमें शिक्षा देती है कि मनुष्य नहीं बली होता है उसका समय बलवान होता है। मुरलीधर ने अपने ही मामा कंस का वध कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को किया था. इसके साथ ही कृष्णजी ने कंस का आतंक खत्म कर भयाक्रांत प्रजा को अत्याचारों से मुक्ति दिलाई थीविकासखंड परसपुर के ग्राम बलमत्थर पूरे टीका मिश्र निवासी राज कांन्सट्रक्शन कम्पनी एवं राज ट्रेडर्स के संचालक राम जी मिश्र, व राजदत्त डलिया महाराज के पैतृक आवास प्रयागराज सदन पर आयोजित संगीत मय कथा के पांचवे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथा व्यास डा. महीधर शुक्ल ने कथा में वृंदावन की महिमा का वर्णन किया वृंदावन ऐसा है कि उन्होंने स्वयं भगवान से निवेदन किया जब भी कभी मेरा जन्म पृथ्वी पर हो तो मुझे वृंदावन में ही जन्म देना वह चाहे कटीले वृक्ष के रूप में ही क्यों ना होव्याख्या का वर्णन किया गया जिसे। सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो उठे। कथाआयोजन स्थल पर बनाए गये विशाल प्रवचन पंडाल में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित श्रद्धालु के गगन भेदी राधे राधे के नारों से वातावरण गुंजायमान हो उठा। इस अवसर पर मुख्य यजमान राजदत्त मिश्रा डलिया महाराज, बाबादीन शिवबरदान शर्मा जनार्दन पांडे सुरेश पांडे राधेश्याम पांडे अरविंद मिश्रा सोमनाथ पांडे प्रयाग दत्त मिश्रा लल्लन काका सुभाष मिश्रा, अवधेश मिश्रा, लाल जी मिश्रा श्याम जी मिश्रा अजय श्रीवास्तव राजकुमारी सावित्री नीलम नमिता सहित अन्य सैकड़ों श्रद्धालु उपस्थित रहे मुख्य यजमान राजदत्त मिश्र डेलिया महराज ने बताया कि आगामी 18 फरवरी दिन शनिवार को कथा को पूर्णाहुति एवं शिव विवाह महोत्सव की दिव्य झांकी का प्रदर्शन वृन्दावन मथुरा से आए रासलीला के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा किया जायेगा। 19 फरवरी रविवार को ब्रह्मभोज एवं विशाल भंडारा तथा सायंकालीन बेला में वृंदावन के कलाकारों द्वारा भजन संध्या की मनमोहक प्रस्तुति का आयोजन किया गया है।