भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी विक्रम मिस्री को भारत का अगला विदेश सचिव नियुक्त किया गया

    नई दिल्ली
भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी विक्रम मिस्री को शुक्रवार को भारत का अगला विदेश सचिव नियुक्त किया गया. वह चीन मामलों के विशेषज्ञ माने जाते हैं. मिस्री विदेश सचिव बनने से पहले डिप्टी एनएसए (उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे. वह 15 जुलाई को विदेश सचिव का पदभार संभालेंगे. 1989 बैच के आईएफएस अधिकारी मिस्री, विनय क्वात्रा का स्थान लेंगे. क्वात्रा को अमेरिका में भारत के राजदूत के रूप में नियुक्त किए जाने की संभावना है.

विदेश सचिव के रूप में विक्रम मिस्री की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद के बाद से चीन के साथ भारत के संबंध विगत कुछ दशक में अपने सबसे निचले स्तर पर हैं. साथ ही देश विदेश नीति के मोर्चे पर विभिन्न चुनौतियों से निपटने की कोशिश कर रहा है. मिस्री तीन प्रधानमंत्रियों- इंद्र कुमार गुजराल, मनमोहन सिंह और नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में भी काम कर चुके हैं.

चीन मामलो के विशेषज्ञ माने जाते हैं विक्रम मिस्री

डिप्टी एनएसए के रूप में अपनी नियुक्त से पहले, विक्रम मिस्री ने 2019-2021 तक चीन में भारत के राजदूत के रूप में कार्य किया. वह चीन की कम्युनिस्ट सरकार में अपने अच्छे नेटवर्क के लिए जाने जाते हैं. माना जाता है कि 59 वर्षीय मिस्री ने जून, 2020 में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों के बीच बातचीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. गलवान घाटी में हुई झड़प दशकों में दोनों पक्षों के बीच सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था. इस घटना के बाद भारत और चीन के संबंधों में बड़ी कड़वाहट आई.  

विदेश सेवा में अपने तीन दशक से अधिक के शानदार करियर के दौरान विक्रम मिस्री पाकिस्तान, अमेरिका, जर्मनी, बेल्जियम और श्रीलंका सहित कई भारतीय मिशनों में प्रमुख पदों पर तैनात रहे. इसके अलावा वह स्पेन (2014-2016) और म्यांमार (2016-2018) में भारत के राजदूत भी रहे. फ्रांस में भारत के मौजूदा राजदूत जावेद अशरफ को मिस्री की जगह डिप्टी एनएसए नियुक्त किये जाने की उम्मीद है. सरकार ने अमेरिका में भारत के राजदूत और संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है.

मामले से परिचित सूत्रों की मानें तो विनय क्वात्रा अमेरिका में भारत के अगले राजदूत हो सकते हैं. तरनजीत संधू के जनवरी में सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली है. बता दें कि तरनजीत संधू विदेश सेवा से रिटायर होने के बाद भाजपा में शामिल हो गए थे और अमृतसर से लोकसभा का चुनाव लड़े थे. क्वात्रा को मार्च में विदेश सचिव के रूप में छह महीने का सेवा विस्तार दिया गया था. रुचिरा कंबोज के इस महीने सेवानिवृत्त होने के बाद संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि का पद भी खाली है.

विक्रम मिस्री का जन्म 7 नवंबर, 1964 को श्रीनगर में एक कश्मीरी हिंदू परिवार में हुआ था. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सिंधिया स्कूल से पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री और एक्सएलआरआई जमशेदपुर से एमबीए किया है. 1 जनवरी, 2022 को, उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में डिप्टी एनएसए के रूप में पंकज सरन का स्थान लिया था. उन्होंने डॉली मिस्री से शादी की है और उनके दो बच्चे हैं. वह अंग्रेजी, हिंदी और कश्मीरी भाषा में निपुण हैं और उन्हें फ्रेंच का भी ज्ञान है.

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button