मध्य प्रदेश में बीजेपी को 119 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिल सकता है
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर इंडिया एज-सीएनएक्स के फाइनल ओपिनियन पोल के मुताबिक, बीजेपी 119 सीटें जीतकर स्पष्ट बहुमत हासिल कर सकती है। जबकि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस 107 सीटें जीत सकती है.
भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी को 230 सीटों वाले सदन में 119 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत मिल सकता है. इंडिया एज-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के सर्वे में यह अनुमान लगाया गया है. जनमत सर्वेक्षण के नतीजे आज समाचार चैनल पर प्रसारित किये गये।
ओपिनियन पोल के मुताबिक, मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस 107 सीटें जीत सकती है. पांच साल पहले कांग्रेस को 114 सीटें मिली थीं, जबकि बीजेपी को 109 सीटें मिली थीं. इस बार निर्दलीय और छोटी पार्टियों को चार सीटें मिल सकती हैं, जबकि पिछली बार उन्हें 7 सीटें मिली थीं. ओपिनियन पोल में वोट शेयर के अनुमान के मुताबिक, बीजेपी को 46.33 फीसदी वोट, कांग्रेस को 43.24 फीसदी वोट और अन्य को 10.43 फीसदी वोट मिल सकते हैं. प्रतिशत वोट. 2018 के चुनाव में बीजेपी को 41.02 फीसदी, कांग्रेस को 40.89 फीसदी और अन्य को 18.09 फीसदी वोट मिले थे.
क्षेत्रवार सीटों का अनुमान
इंडिया एज-सीएनएक्स पोल में क्षेत्रवार सीटों का अनुमान इस प्रकार है –
- बघेलखंड की 51 सीटों में से भाजपा को 29 सीटें मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 21 और अन्य को एक सीट मिल सकती है।
- भोपाल की 24 सीटों में से, भाजपा को 16 सीटें और कांग्रेस को बाकी 8 सीटें मिल सकती है।
- चम्बल की 34 सीटों में से, कांग्रेस को 19 सीटें मिल सकती है, जबकि भाजपा को बाकी 15 सीटें मिल सकती है।
- महाकौशल की 47 सीटों में से कांग्रेस को 26 सीटें मिल सकती है, जबकि भाजपा को 19 सीटें और अन्य को 2 सीटे मिल सकती है।
- मालवा की 46 सीटों में से, भाजपा को 28 सीटें मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 18 सीटें मिल सकती है
- निमाड़ की 28 सीटों में से कांग्रेस को 15 सीटें, भाजपा को 12 सीटें और बची एक सीट अन्य को मिल सकती है।
मुख्यमंत्री की रेस में कौन आगे?
ओपिनियन पोल में 42.5 फीसदी मतदाताओं ने शिवराज सिंह चौहान को और 39.61 फीसदी ने सीएम पद के लिए कमल नाथ को पसंद किया. 11.47 फीसदी लोगों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को पसंद किया, एक फीसदी ने दिग्विजय सिंह को पसंद किया और बाकी 5.42 फीसदी लोगों ने अन्य नेताओं को पसंद किया |
ओपनियन पोल के कुछ खास नतीजे
- 52.39 प्रतिशत भाजपा समर्थकों ने कहा कि वे नरेंद्र मोदी के चेहरे पर वोट देंगे, जबकि 42.06 प्रतिशत ने कहा कि वे शिवराज सिंह चौहान के चेहरे पर वोट देंगे। ये सवाल केवल भाजपा समर्थक वोटरों से पूछा गया था।
- 48.77 प्रतिशत वोटरों ने कहा कि भाजपा ने प्रत्याशी चयन में बुद्धिमत्ता दिखाई, जबकि 39.52 प्रतिशत ने कांग्रेस का समर्थन किया।
- 35.06 प्रतिशत वोटरों ने कहा कि उन्हें कांग्रेस में राहुल गांधी का चुनाव प्रचार अच्छा लगा, 34.85 प्रतिशत ने कमल नाथ का नाम लिया, जबकि 13.5 प्रतिशत ने प्रियंका गांधी का नाम लिया।
- 47.01 प्रतिशत वोटरों ने भाजपा की कल्याणकारी योजनाएं (गारंटी) को अच्छा बताया, जबकि 40.66 प्रतिशत ने कांग्रेस की गारंटियों को बेहतर बताया।
- 46.99 प्रतिशत वोटरों ने कांग्रेस के जातिवार जनगणना के वादे को महज चुनावी हथकंडा बताया, जबकि 42.18 प्रतिशत ने इसे एक ईमानदार पहल बताया।
- 30.71 प्रतिशत वोटरों ने कहा कि अगर राम मंदिर बनता है, तो वे राम लला के दर्शन के लिये तुरंत अयोध्या जाएंगे, जबकि 41.03 प्रतिशत ने कहा कि वे बाद में जाएंगे।
- 47.45 प्रतिशत वोटरों ने कहा कि नरेंद्र मोदी को इज़रायल का समर्थन करना चाहिए, जबकि 35 प्रतिशत ने कहा कि मोदी को फिलस्तीन का समर्थन करना चाहिए।
- 51 प्रतिशत वोटरों ने मौजूदा लड़ाई में इज़रायल का समर्थन किया जबकि 38.39 प्रतिशत ने फिलस्तीन का समर्थन किया।
- हिन्दू वोटरों में 66.9 प्रतिशत ने कहा कि इज़रायल पर हमास का बबर्रतापूर्ण हमला खौफनाक था, जबकि 23.45 ने कहा- नहीं।
इंडिया एज-सीएनएक्स ओपिनियन पोल
सर्वे में कुल 230 विधानसभा सीटों में से 132 विधानसभा क्षेत्रों में 14,520 लोगों से सवाल पूछे गए। इनमें से 7,490 पुरुष और 7,030 महिलाएं थीं। सर्वे में समाज के सभी वर्गों और जातियों के 18 से 60 साल के मतदाताओं की राय ली गई |