90 विधानसभा क्षेत्रों में सुझाव पेटियां भेजेगी भाजपा हर वर्ग के सुझाव पेटियों में बंद होंगे; इन्हीं पर आधारित होगा बीजेपी का चुनावी घोषणापत्र
बीजेपी नेताओं का मानना है कि संगठन का घोषणापत्र ऐसा होना चाहिए जो मतदाताओं को सीधे तौर पर बीजेपी से जोड़ सके. महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।

रायपुर : शनिवार को रायपुर स्थित बीजेपी कार्यालय में घोषणा पत्र समिति की बैठक हुई. जिसमें यह तय किया गया है कि आने वाले दिनों में घोषणा पत्र समिति कैसे काम करेगी. बीजेपी नेताओं का मानना है कि संगठन का घोषणापत्र ऐसा होना चाहिए जो मतदाताओं को सीधे तौर पर बीजेपी से जोड़ सके. महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैंबीजेपी की इस बैठक में चुनाव प्रभारी ओम माथुर, प्रदेश प्रभारी नितिन नवीन, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, घोषणा पत्र समिति के संयोजक विजय बघेल मौजूद रहे |
बंद कमरे में हुई बैठक
बंद कमरे में हुई बैठक में तय किया गया कि सरकारी विभाग किस तरह से चलाये जायेंगे. इसी प्रकार विभागवार विषयों पर शोध करते हुए लोगों की भावनाओं और जरूरतों को समझते हुए घोषणा पत्र तैयार किया जाएगा। 15 विभागों की टीम तैयार की गई है. अलग-अलग उपसमितियां भी गठित की गई हैं। जिसमें जनता से जुड़ा हर मुद्दा होगा |
घोषणा पत्र में सरकारी कर्मचारी, महिला युवा, किसान, छात्र, कामकाजी पेशेवर, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा, सामान्य वर्ग जैसे हर वर्ग को शामिल किया जाएगा। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी के नेता इन सभी वर्ग के लोगों के बीच जाएंगे और इन लोगों के बीच एक बक्सा जाएगा जो इस बार सत्ता में वापसी की उम्मीद के साथ तैयार किया जा रहा है |
विजय बघेल ने कहा कि, छत्तीसगढ़ धान का कटोरा है और छत्तीसगढ़ में किसान को भगवान के रूप में पूजा जाता है। उस भगवान का अनादर न हो।
अब जानिए घोषणापत्र समिति के संयोजक विजय बघेल के मुताबिक पाती वाला का कॉन्सेप्ट क्या है
- क्षेत्रवार सुझाव केंद्र खोले जाएंगे। हर विधानसभा में एक सुझाव पेटी होगी.
- 90 विधानसभा में एक सुझाव पेटी होगी और हर वर्ग इसमें आकर स्वतंत्र रूप से अपनी बात रख सकेगा.
- दो लोगों को जिम्मेदारी देंगे. मंडल स्तर पर टीम का गठन कर दिया गया है
- मंडल की टीम हर मंडल और विधानसभा में जाएगी और वहां से फीडबैक लेगी.
- घोषणापत्र या संकल्प पत्र में कोई और बेहतर नाम दिया जाएगा. उसके लिए सुझाव भी लिये हैं
विजय बघेल ने कहा, अलग-अलग वर्ग हों, चाहे उद्योगपति हों, किसान संगठन हों, महिला संगठन हों, सभी से उनके सुझाव लेंगे. जिसे घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा. मितानिन, आंगनवाड़ी, सफाई कर्मचारी, मध्यान्ह भोजन बनाने वाले पंचायत कार्यकर्ता, रोजगार सहायक, पंचायत सचिव, पटवारी, न्यायालय से लेकर मंत्रालय तक के अधिकारी, हमने इनके लिए बातचीत का कार्यक्रम तय किया है। उनसे बात करेंगे, सरकार से क्या उम्मीदें होंगी, ये सारी बातें हमारे घोषणापत्र में होंगी |
राजस्व सहित सभी वर्गों के लिए योजना बनाना
विजय बघेल ने बताया कि हमें अपने राज्य में आने वाले राजस्व का ईमानदारी से उपयोग कैसे करना चाहिए। कांग्रेस सरकार जिस हजारों करोड़ के राजस्व की हेराफेरी कर रही है, उसे हम सुरक्षित रखेंगे और जनता की सुविधा के लिए उपयोग करेंगे। हर वर्ग के लिए, हर पेशे से जुड़े लोगों को इसका लाभ कैसे दिया जाए, इसका खाका घोषणापत्र में होगा।
किसानों और अनियमित कर्मचारियों को लेकर विजय बघेल ने कहा कि हम बिंदुवार खाका बना रहे हैं. इसकी जानकारी समय-समय पर सभी को दी जाएगी। हम जनता के विश्वास पर खरा उतरेंगे और पूरी टीम कड़ी मेहनत के साथ जुटकर जनता के बीच जायेगी. चाहे वह लोक कलाकारों के लिए हो, चाहे पत्रकारों के लिए हो। चाहे वो खिलाड़ियों के लिए हो. चाहे वह उद्योगपतियों के लिए हो, व्यवसायियों के लिए हो। सबकी बात होगी.महिलाओं, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए हम क्या अच्छी सुविधाएं दे सकते हैं, इसे घोषणापत्र में शामिल करेंगे।