सम्यक लक्ष्य, रणनीति और सटीक क्रियान्वयन से भाजपा के बढ़ते कदम

धर्मेंद्र मिश्रा
भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सम्यक दूरदृष्टि आधारित लक्ष्य, गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति और पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा द्वारा जमीनी स्तर पर रणनीति का सटीक क्रियान्वयन I इसी का परिणाम उत्तर-पूर्व के तीन राज्यों क्रमशः त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय में पुनः सत्ता संभालने जा रही भाजपा के रूप में देखा जा सकता है I भाजपा के बढ़ते जनाधार के मूल में भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की जनोपयोगी योजनाओं, कार्यक्रमों और नीतिओं का ही सुखद परिणाम है I तीन राज्यों में हुए चुनाव से पहले विपक्ष दुष्प्रचार के माध्यम से लगातार यह कोशिश कर रहा था कि तीनों राज्यों में भाजपा को परास्त किया जाए, लेकिन ऐसा नहीं हुआ I त्रिपुरा में भाजपा ने इनडीजीनियस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT) के साथ, तो नगालैंड में नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (NDPP) के साथ गठबंधन किया तो मेघालय में एनजीपी प्रमुख कोनराड संगमा को समर्थन देकर पार्टी की पताका को पुनः लहराने का गौरव हासिल कर लिया है I इसके साथ ही पार्टी नेता अब कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना चुनाव की तैयारी में जुट चुके हैं I
इक्कीसवीं सदी में प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, यह दोनों ऐसा नेता भाजपा को मिले हैं, जिनकी दूरदृष्टि और रणनीति ने भारत के राजनीतिक इतिहास को बदल कर रख दिया है I 2013 में जब आम जनता के सामने यह स्पष्ट होने लगा था कि भाजपा की कमान अब ऐसे हाथों में जा रही है, जो देश और राजनीति की दिशा बदलने का कार्य करेंगे I और ऐसा ही हुआ I पार्टी के अंदर भी विरोध के स्वर के बीच में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जहां पार्टी को एक दशक बाद केंद्र में सत्ता हासिल हुई, वहीं उत्तर प्रदेश प्रभारी के रूप में अमित शाह ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अपनी क्षमताओं को इस तरह सामने रखा कि विरोधी भी खामोश होने के लिए बाध्य हो गए I 2014 से लेकर 2023 के मध्य भाजपा ने एक के बाद एक करके कई राज्यों में अपनी सत्ता कायम की, तो 2019 में दूसरी बार केंद्र सरकार की सत्ता प्राप्त करके विपक्ष को सिकुड़ने के लिए बाध्य कर दिया I
भाजपा को लगातार मिल रही विजय के कारणों पर विचार करने वाले राजनीतिक विश्लेषक जहां प्रधानमंत्री मोदी से लेकर भाजपा शाषित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की नीतियों, कार्यक्रमों और योजनाओं की जनता के मध्य सफलता का परिणाम बताते हैं I लेकिन इसका सबसे बड़ा कारण विपक्ष दलों का बौनापन है I 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने देश में विकासवादी राजनीति के जो बीच बोये थे, उसी विकासवादी राजनीति ने विपक्ष को बौना बना दिया I आम जनता भी अब विपक्षी दलों को ऐसे दलों के रूप में देखती है, जिनकी प्रवृत्ति सिर्फ जनता का वोट हासिल करके मात्र अपना कल्याण करने की होती है और उनके लिए सत्ता का अर्थ भ्रष्टाचार के माध्यम से सम्पदा हासिल करने से ज्यादा और कुछ नहीं होता है I इसकी बानगी पूरे देश में राजनेताओं, उद्योगपतियों और नौकरशाही से जुड़े चिन्हित लोगों के विरुद्ध प्रवर्तन निदेशालय, केंद्रीय जांच ब्यूरो, आयकर विभाग सहित कई अन्य एजेंसियों की लगातार जारी जांच-पड़ताल, छापे और अवैध धन-संपत्ति की बरामदगी के रूप में देखा जा सकता है I 2014 के बाद से भ्रष्टाचार के विरुद्ध विभिन्न एजेंसियों की कारगर कार्रवाई के कारण उन तत्वों में भय का माहौल बन गया है, जो जनता का खून चूस कर अपनी समृद्धि की राह पर चलते आ रहे थे I
भाजपा का रथ थमा नहीं है I पार्टी इसी वर्ष होने वाले कई राज्यों के विधानसभा चुनाव के लिए जुट चुकी है I तीन राज्यों में मिली विजय के कारण पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उत्साहित भी है I विधानसभा चुनाव में सफलता हासिल करने के लिए पार्टी नेताओं की सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है I लेकिन इसके साथ ही पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव के मैदान में सफलता प्राप्त करने के लिए लगातार सक्रिय है I विभिन्न राज्यों की लोकसभा सीटों में पार्टी उन सीटों पर सबसे ज्यादा मेहनत कर रही है, जिन लोकसभा सीटों पर भाजपा को 2019 में पराजय का सामना करना पड़ रहा था I देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 160 लोकसभा सीट ऐसी हैं, जिन्हें जीत की दृष्टि से कठिन माना जा रहा हैं I लेकिन इन सीटों पर पार्टी पूरी ताकत के साथ अभी से जुट चुकी हैं I पार्टी के विस्तारक प्रत्येक लोकसभा सीट पर अपना काम कर रहे हैं और पार्टी के लिए चुनावी जमीन तैयार करना इनका एकमात्र लक्ष्य है I पार्टी अपने संगठनात्मक तंत्र का विस्तार करने के साथ ही इन 160 सीट पर मतदाताओं तक पहुंच बढ़ाने के लिए काम कर रही है। पार्टी के शीर्ष नेता नियमित रूप से इन सीट पर पार्टी की गतिविधियों की समीक्षा भी कर रहे हैं I
भाजपा की बढ़त के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सम्यक दूरदृष्टि आधारित लक्ष्य, गृहमंत्री अमित शाह की रणनीति और पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा द्वारा जमीनी स्तर पर रणनीति का सटीक क्रियान्वयन को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता हैंI तीनों ही नेता अपने-अपने स्तर पर पार्टी के लिए दिन-रात सक्रिय हैं I देश की बदलती छवि और विकास की और बढ़ते कदम का परिणाम अब सभी को दिखाई देने लगा हैं I विरोधी दलों द्वारा सत्ता हासिल करने के लिए किया जा रहे दुष्प्रचार का सच जनता के सामने आ चुका है और जनता भी अब देश और समाजविरोधी तत्वों को दूर करने के लिए एकजुट हो चुकी है I ऐसे में यह निश्चित है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की बढ़त को रोक पाना विपक्ष के किसी दल के लिए संभव दिखाई नहीं दे रहा है और आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा 350 सीटों के साथ अगर केंद्र में सत्ता हासिल करती है, तो इसमें कोई आश्चर्य नहीं होना चाहिए I