रोहित किसके प्रति समर्पित है माँ कर्मा या प्रभु यीशु के? जानिए पूरी खबर...
राजिम में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस के उम्मीदवार रोहित साहू को चुनावी मैदान में उतारा है, साहू समाज क्या रोहित साहू के साथ हैं?
राजिम: इतिहास धर्म नगरी राजिम जिसमें हर साल मेला लगता है, इस नगरी का देख के महान साधु संतों ने उप कुंभ का दर्जा दिया है जहां हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं | वैसे तो मंदिर में कर्म कांड और पूजा का अधिकार सनातन धर्म के अनुसर ब्राह्मणों का होता है पर इस नगरी के राजीवलोचन मंदिर के सर्वेसर्वा राजपूत समाज से जुड़े हुए लोग हैं, किसी भी तरह के धार्मिक आयोजनों से दूर इस पवन धरा की अपनी एक एतिहासिक महत्ता है |
क्षेत्र में लम्बे समय से ब्राह्मणों का वर्चस्व रहा
संत कवि पवन दीवान जो संसद एवं विधायक भी रहे हैं जिनके प्रवचन पर लाखों श्रदालु उमड़ पड़ते थे | क्षेत्र में लाबे समय से ब्राह्मणों का वर्चस्व रहा, यहां पंडित श्यामाचरण शुक्ल विधान सभा क्षेत्र का लांबे समय तक प्रतिनिधिवा किया, वहां उनके छोटे भाई पंडित विद्याचरण शुक्ल लोकसभा में रहे, वर्तमान में श्यामाचरण शुक्ल के पुत्र अमितेश शुक्ल विधायक हैं और इनके भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व छत्तीसगढ़ जोगी कांग्रेस के उम्मीदवार रोहित साहू को चुनावी मैदान में उतारा है|
साहू समाज क्या रोहित साहू के साथ हैं?
यहां किसी प्रकार का जाति फैक्टर काम नहीं करता है, यही कारण है कि इस चेत्र में पुनित राम साहू, चंदू लाल साहू ने भी वर्तमान में साहू समाज को लगाया है। इनके बिना कोई प्रत्यशी जीत नहीं सकता हमारे में दम है साहू उम्मीदवर को जिताने का यही कारण है कि समाज रोहित साहू के लिए एक हो रहा है और लोगों का मानना है कि भारतीय जनता पार्टी का सनातन और भगवा राष्ट्रवाद रोहित को फतेह दिला सकता है | जबकी इसके विपरीत एक बात सामने आ रही है कि जब रोहित साहू, माननीय अजित जोगी के निकत्तम थे तो उन्होंने इसाई धर्म को स्वीकार कर लिया था अब इस खुलसे के बाद साहू समझ क्या रोहित साहू के साथ हैं।