Chhattisgarh News: प्रधानमंत्री राजनांदगांव में 900 करोड़ रुपये के सोलर प्लांट का उद्घाटन करेंगे.
इसके लिए सोलर एनर्जी पावर कॉरपोरेशन ने पहले ही सीएसपीडीसीएल के साथ एमओयू साइन कर लिया था। प्लांट में उत्पादित बिजली जल्द ही सीएसपीडीसीएल को बेची जाएगी। बताया गया कि यह काम भी इसी साल शुरू हो जायेगा.
राजनांदगांव, Chhattisgarh News: राजनांदगांव जिला अब सौर ऊर्जा के हब के रूप में तैयार है। डोंगरगढ़ और डोंगरगांव ब्लॉक के ढाबा, अमलीडीह, रेंगाकठेरा, अतरगांव, गिरगांव, तोलागांव, ओदारबांध, मारगांव सहित 9 गांवों में 500 एकड़ भूमि में सौर ऊर्जा प्लांट तैयार हैं।इसके लिए सोलर एनर्जी पावर कॉरपोरेशन ने पहले ही सीएसपीडीसीएल के साथ एमओयू साइन कर लिया था। प्लांट में उत्पादित बिजली जल्द ही सीएसपीडीसीएल को बेची जाएगी। बताया गया कि यह काम भी इसी साल शुरू हो जायेगा. इससे कंपनी की थर्मल पावर से मिलने वाली बिजली पर निर्भरता खत्म हो जाएगी |
इससे बिजली उत्पादन भी शुरू हो गया है
यहां देश का पहला बैटरी स्टोरेज सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जा रहा है। जिसकी क्षमता 120 मेगावाट है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को विकास भारत विकास छत्तीसगढ़ कार्यक्रम में इसका वर्चुअल उद्घाटन करने वाले हैं। इसके लिए सोलर एनर्जी पावर कॉरपोरेशन ने सीएसपीडीसीएल के साथ पहले ही एमओयू साइन कर लिया है। प्लांट में उत्पादित बिजली जल्द ही सीएसपीडीसीएल को बेची जाएगी। बताया गया कि यह काम भी इसी साल शुरू हो जायेगा. इससे कंपनी की थर्मल पावर से आने वाले बिजली की निर्भरता खत्म होगी।
सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन द्वारा प्लांट लगाने का काम टाटा कंपनी ने किया है
जो अब लगभग पूरा हो चुका है. प्लांट में बिजली उत्पादन भी शुरू हो गया है. सभी बुनियादी परीक्षण भी सफल रहे हैं। इस प्लांट पर 900 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. संयंत्र में सौर पैनलों से 100 मेगावाट बिजली और 120 मेगावाट बिजली बैटरी भंडारण होना है। सोलर प्लांट में थर्मल पावर की तुलना में कम दर पर सौर और पवन ऊर्जा का भंडारण किया जाएगा।
रात में भी बिजली उत्पादन प्लांट में
रात में भी बिजली पैदा की जा सकती है। इसका मतलब यह है कि यह प्लांट दिन-रात बिजली की आपूर्ति करेगा। अन्य सौर संयंत्रों में दिन के समय सूर्य की रोशनी से बिजली उत्पन्न की जाती है लेकिन रात में सौर पैनल काम करना बंद कर देते हैं।
प्लांट की खासियत
यह है कि दिन में संग्रहित ऊर्जा से चार्ज होने वाली बैटरी रात में भी बिजली की आपूर्ति कर सकेगी। सोलर एनर्जी पावर कॉरपोरेशन के अंकित अग्रवाल ने बताया कि फरवरी के पहले सप्ताह से प्लांटों में उत्पादन शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में वहां से बिजली कंपनी को बिजली की आपूर्ति की जा सकती है.