सीएम योगी ने दिया अखिलेश यादव के 'बैल' सवाल का जवाब, कहा- 'मैं विपक्षी दल का नेता..'
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष का भाषण सुनकर मुझे लगा कि 2014, 2017, 2019 और 2022 का जनादेश हमें ऐसे ही नहीं मिल गया.

उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश विधानसभा में शुक्रवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस हुई. नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने सबसे पहले आवारा पशुओं और टमाटर की महंगाई के मुद्दे पर सरकार को घेरा. फिर जवाब में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पलटवार किया. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी दल के नेता का भाषण सुनने के बाद मुझे लगा कि 2014, 2017, 2019 और 2022 का जनादेश हमें ऐसे ही नहीं मिल गया |
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आप जिस सांड की बात कर रहे हैं
खेती का हिस्सा. आपके समय में उन्हें बूचड़खाने भेज दिया जाता हमारे समय में ऐसा नहीं है. कुछ लोग जन्म से ही चांदी के चम्मच में खाना खाते हैं। वह गरीबों और किसानों की पीड़ा क्या समझेंगे। चार बार की जनता ने हमें ऐसे ही जनादेश नहीं दिया है.’ उन्होंने कहा कि विपक्षी दल को जमीनी हकीकत की जानकारी नहीं है |
शिवपाल जी के साथ अन्याय हुआ है- योगी सीएम
योगी ने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा कि ”जिन लोगों को सोना-चांदी प्यारा है, वो अन्नदाता किसान की समस्या क्या समझेंगे.” परिवार में सत्ता संघर्ष आगे बढ़ता जा रहा है. शिवपाल जी ने सत्ता के पापड़ बेले हैं. शिवपाल जी के साथ अन्याय हुआ है. ये लोग शिवपाल जी की कीमत नहीं समझते |
आपको बता दें कि इससे पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा था कि सदन के नेता के कार्यालय में काम करने वाले एक कर्मचारी की कार एक जानवर से टकरा जाने से जान चली गई. जब उनके लिए सुरक्षा नहीं है तो आम जनता के लिए क्या सुरक्षा है. आए दिन हम सोशल मीडिया पर वीडियो देखते हैं कि एक ‘सांड’ ने किसी महिला, बच्चे या बुजुर्ग को उठाकर सड़क पर फेंक दिया है. क्या यही है एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना? अपने ही जिले में बुल सफारी बनाओ, तुम्हें कौन रोक रहा है?