नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के चलते बढ़ा सरयू नदी का जलस्तर

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रामनगर बाराबंकी। नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने के चलते सरयू नदी का जलस्तर बढ़कर 106.146 पर पहुंच गया है।जो कि खतरे के निशान से लगभग 8 सेंटीमीटर ऊपर है। नदी की तलहटी में बसे गांवो में फिलहाल अभी बाढ़ का पानी नहीं घुसा है लेकिन कोरिन पुरवा गांव में नदी कटान कर रही है। जिसके चलते ग्रामीणों के माथे पर चिंता की लकीरें खिची हुई है। आज मंगलवार को सुबह 9:00 बजे नदी का जलस्तर 106.146 पर पहुंच गया जो खतरे के निशान से 8 सेंटीमीटर अधिक है। लेकिन 9:00 बजे के बाद नदी का जलस्तर स्थिर होकर घटना शुरू हो गया है। नदी के तलहटी में बसे तपेसिपाह परसादी पुरवा तिवारी पुरवा नया पुरवा जैन पुरवा मल्लाहन पुरवा बुधई पुरवा में बाढ़ का पानी गांव के करीब नहीं पहुंच पाया है।नदी के तेज जलधारा ग्राम कोरिन पुरवा की तरफ तेजी से कटान कर रही है। कटान के चलते सैकड़ों बीघा कृषि भूमि नदी में समाहित हो चुकी है। और कोरिन पुरवा में रामजीलाल अर्जुन रामसागर राजेंद्र रामपाल बृजेश के घर नदी के कटान के मुहाने पर हैं।यदि कटान और तेज हुई तो इन सब लोगों के मकान नदी की जलधारा में समाहित हो सकते हैं। कोरिन पुरवा ग्राम को कटान से बचाने के लिए अप्रैल मई के महीने में बाढ़ कार्य खंड विभाग द्वारा संजय सेतु से लेकर कोरिन पुरवा तक ग्रेडिंग मशीन के द्वारा सिल्ट की सफाई करके जलधारा को मोड़ने का काम किया गया था। लेकिन यह कारगर नहीं हो पाया इसके अलावा बाढ़ खंड विभाग द्वारा कोरिन पुरवा गांव के समीप नदी के किनारे बालू व ईट से भरी बोरियां बल्ली लगा कर डाली गई जिससे कटान से गांव को बचाया जा सके। इसमें लाखों रुपए खर्च हुए लेकिन यह भी उपाय ज्यादा कारगर साबित नहीं हो पा रहा है। क्योंकि इसी तरह का प्रयास कई वर्ष पूर्व में भी विभाग द्वारा किया गया था लेकिन कोरिन पुरवा गांव के रमेश मंसाराम राम प्रकाश राकेश राम कैलाश व दाताराम के पक्के मकान नदी की कटान की भेंट चढ़ गए थे। जिन्हें सरकार द्वारा प्रति पीड़ित परिवार को 96 हजार रुपए क्षतिपूर्ति दिया गया था। संजय सेतु के करीब बसे राजाराम राम रूप व राधेश्याम के घरों के बहुत ही निकट नदी की जलधारा कटान कर रही है। इन सब लोगों ने अपने पेड़ काटकर तथा अपना सामान समेटकर पलायन शुरू कर दिया है।