भारत में चक्रवात मिचोंग का कहर, तमिलनाडु में दो की मौत, सड़कों पर डूबी गाड़ियां:
चक्रवात मिचोंग के असर से सोमवार को भारत के दक्षिणी हिस्से के तटीय राज्यों में भारी बारिश हो रही है. इसके साथ ही तेज हवाएं भी चल रही हैं जिससे जान-माल के नुकसान की आशंका है.
तमिलनाडु: चक्रवात ‘मिचॉन्ग’ के असर से भारत के दक्षिणी हिस्से में तबाही शुरू हो गई है. चक्रवात की चपेट में आने से तमिलनाडु में दो लोगों की मौत हो गई है जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, तमिलनाडु तट के करीब पहुंचते ही चेन्नई के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई. कई पेड़ उखड़ गए हैं. कांचीपुरम में भी भारी बारिश हुई |
बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव हो गया है
कुछ जगहों पर सड़कों पर गाड़ियां डूबी हुई हैं. तमिलनाडु में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमों ने शहर में भारी बारिश के बाद गंभीर जलभराव के कारण पीरकनकरनई और पेरुंगलथुर के पास तांबरम इलाके से लगभग 15 लोगों को बचाया।
चक्रवाती तूफान ‘माइचोंग’ में बदल गया है. दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट से टकराने से पहले नेल्लोर और मछलीपट्टनम के बीच भारी बारिश हो रही है। इस दौरान 80-90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है |
दक्षिणी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
बी. गुगनेसन ने कहा कि तमिलनाडु में खतरे के स्तर से ऊपर बह रहे पानी को देखते हुए सुरक्षा कारणों से बेसिन ब्रिज और व्यासरपाडी के बीच पुल संख्या 14 को निलंबित कर दिया गया है.समाचार एजेंसी एएनआई ने चक्रवात से जुड़े कई वीडियो ट्वीट किए हैं, जिनमें सड़कों पर कई गाड़ियां डूबी हुई देखी जा सकती हैं. घुटनों तक पानी से भरी सड़कों पर लोग बाइक और अन्य वाहनों से चलते नजर आ रहे हैं. कई जगहों पर पेड़ उखड़ रहे हैं और लगातार बारिश हो रही है |
भारी बारिश और जलजमाव के कारण
शहर के 14 सबवे यातायात के लिए बंद कर दिए गए हैं. तेज हवाओं के कारण गिरे पेड़ों को हटाया जा रहा है. राहत और बचाव प्रयासों में सहायता के लिए, अधिकारियों ने विल्लुपुरम, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तिरुवल्लुर, कुड्डालोर और चेंगलपट्टू के प्रभावित जिलों में 8 एनडीआरएफ और 9 एसडीआरएफ टीमों को तैनात किया है। बारिश अभी भी जारी है