धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 27 से करोंद क्षेत्र में हनुमंत कथा सुनाएंगे।
27 और 28 सितंबर को दोपहर 2 बजे से बागेश्वर धाम के प्रमुख पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा श्री हनुमान कथा सुनाई जाएगी।

भोपाल: नरेला विधानसभा में करोंद एक शॉपिंग मॉल के पीछे खाली पड़ी जमीन पर श्री बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री श्री हनुमान कथा सुनाएंगे। इससे पहले इसी प्रतिष्ठान द्वारा पंडित प्रदीप मिश्र द्वारा शिव कथा का वाचन किया जा चुका है। इस बार बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की दो दिवसीय हनुमंत कथा का आयोजन किया जा रहा है।
भाजपा के संस्थापक सदस्य एवं राज्यसभा सदस्य स्वर्गीय कैलाश सारंग एवं उनकी पत्नी स्वर्गीय प्रसून सारंग की स्मृति में 27 एवं 28 सितंबर को दोपहर 2 बजे से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मुखारविंद से श्री हनुमंत कथा सुनाई जाएगी। .
आयोजन की जानकारी देते हुए चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने बताया कि श्री हनुमंत कथा के भव्य आयोजन के लिए नरेला विधानसभा के अंतर्गत करोंद में एक शॉपिंग मॉल के पीछे करोद स्थित 55 एकड़ के परिसर में कथा स्थल बनाया गया है. कथा में देशभर से करीब 10 लाख लोगों के आने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि 28 को सुबह 10 बजे से दिव्य दरबार का भी आयोजन किया जायेगा.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री मंगलवार 26 सितंबर को भोपाल पहुंचेंगे
इस मौके पर करीब 5 हजार गाड़ियों के काफिले के साथ करीब 20 किलोमीटर लंबा जुलूस निकाला जाएगा. यह जुलूस दोपहर 3 बजे नरेला विधानसभा के अंतर्गत अन्ना नगर से शुरू होकर अशोका गार्डन विवेकानन्द पार्क पर समाप्त होगा। उन्होंने बताया कि बागेश्वर धाम सरकार का 300 से अधिक सामाजिक संगठनों द्वारा लगभग 1500 स्वागत मंचों से भव्य स्वागत किया जायेगा।
28 सितंबर को होगा दिव्य दरबार कथा
विराम दिवस पर 28 सितंबर को सुबह 10 बजे से धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मार्गदर्शन में दिव्य दरबार आयोजित किया जाएगा। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की संभावना है. धीरेंद्र शास्त्री की श्री हनुमंत कथा भोपाल में अब तक का सबसे भव्य धार्मिक आयोजन होगा। शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ कार्यकर्ताओं द्वारा श्री हनुमंत कथा के निमंत्रण पत्र वितरित किये जा रहे हैं। इसमें अब तक एक लाख से अधिक निमंत्रण पत्र बांटे जा चुके हैं।
300 एकड़ में की जा रही है 13 तरह की पार्किंग व्यवस्था आयोजन
स्थल पर 200 एकड़ क्षेत्र को समतल कर 13 तरह की पार्किंग व्यवस्था की गयी है. यहां करीब 40 हजार दोपहिया और चारपहिया वाहन पार्क किए जा सकेंगे। जिसमें शहर भर से आने वाले वाहनों को पार्क किया जाएगा। जिससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी।कथा स्थल से दो किलोमीटर की दूरी पर पार्किंग स्थल के पास निःशुल्क बसों की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा बाहर से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे। इसके लिए भोपाल स्टेशन पर आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा श्रद्धालुओं के स्वागत और कथा स्थल तक ले जाने की नि:शुल्क व्यवस्था की गई है।