‘112 India’ एप से भी मिलेंगी डायल-100 सहित अन्य आपातकालीन सेवाएं

भोपाल
 प्रदेश के लोगों को अब पुलिस व अन्य विभागों से जुड़ी वे सभी आपातकालीन सुविधाएं मिल सकेंगी, जो ‘112 इंडिया’ एप में उपलब्ध हैं। उदाहरण के रूप में एप के माध्यम से कोई व्यक्ति पैनिक बटन को क्लिक करता है, तो इसकी सूचना उस क्षेत्र के 112 कंट्रोल रूम में मिल जाएगी।

पुलिस मुख्यालय इस एप को डायल-100 के साथ एकीकृत करने जा रहा है। इसके लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया चल रही है। अभी हेल्पलाइन नंबर 112 पर कोई काल करता है, तो प्रदेश में डायल-100 के कंट्रोल रूम से कॉल जुड़ जाती है, पर इस एप के माध्यम से सुविधा नहीं मिल पा रही थी।

आमजन की सुरक्षा का रखा है पूरा ध्यान

एप में आमजन की सुरक्षा से जुड़े 12 तरह के फीचर हैं। चिकित्सा और आपातकालीन सेवाएं, एंबुलेंस, फयर ब्रिगेड जैसी सुविधाएं इस एप से प्राप्त की जा सकती हैं। इसमें आपातकालीन सेवा प्राप्त करने के लिए फोटो और वीडियो अपलोड करने की सुविधा भी है।
आपातकाली हेल्पलाइन नंबरों को 112 से जोड़ा

    बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सभी आपातकालीन हेल्पलाइन नंबरों को एकीकृत कर 112 से जोड़ दिया है। एप से भी सभी सुविधाएं प्राप्त की जा सकती हैं।
    रेडियो दूरसंचार मुख्यालय ने एप को डायल-100 सेवा से एकीकृत करने की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। एजेंसी चयन होने में लगभग दो माह लगेंगे। इसके बाद एक माह दोनों सेवाओं को एकीकृत करने में लगेंगे।

एप में ज्यादा सुविधाएं..

    बता दें कि कॉल करने की तुलना में एप में ज्यादा सुविधाएं हैं। सबसे बड़ा लाभ यह कि सहायता मांगने वाले की लोकेशन भी एप के माध्यम से नियंत्रण कक्ष तक पहुंच जाती है। इसी तरह ट्रेन में यात्रा करते समय कोई समस्या आती है, तो उसके लिए भी एप के माध्यम से सहायता ली जा सकती है।

    अधिकारियों ने बताया कि सहायता के लिए 100 या 112 नंबर डायल करने सबसे पहले सूचना डायल-100 के नियंत्रण कक्ष में आती है। इसके बाद उस कॉल को संबंधित काल सेंटर से जोड़ा जाता है, जैसे रेलवे में सुरक्षा संबंधी सहायता मांगने पर उसे आरपीएफ व जीआरपी के कंट्रोल रूम से तत्काल जोड़ दिया जाता है।

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button