दुर्ग कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, सड़क किनारे दुकानदारों को लेकर कही ये बात
दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीना ने नगरीय निकाय से संबंधित कार्यों की समीक्षा के लिए अधिकारियों की बैठक ली, इस दौरान शहर में ट्रैफिक जाम की स्थिति को लेकर दुर्ग कलेक्टर सख्त दिखे
दुर्ग : छत्तीसगढ़ के दुर्ग कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने नगरीय निकाय से संबंधित कार्यों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने सभी नगरीय निकायों के बारे में जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए. कलेक्टर ने बाजार और यातायात सुविधा को देखते हुए सड़क किनारे समान बेचने वाले ठेलों को व्यवस्थित करने को कहा. उन्होंने कहा कि ठेलो के सड़क किनारे लगने से जाम की स्थिति बन जाती है. यातायात में असुविधा होती है. इस कारण उक्त ठेलों को व्यवस्थित करने के लिए नगर निगम आयुक्त को निर्देश दिए।
साढ़े 15 हजार ठेलों का पंजीयन करने के लिए निर्देश
कलेक्टर ने लगभग साढ़े 15 हजार ठेलों को जगह चिन्हांकित कर ठेलों को शिफ्ट करने को कहा. उन्होंने कहा कि ठेलों को वेडिंग जोन में रखना संभव न हो तो सड़क किनारे स्थान जहां ठेला लगाया जा सके, उस स्थान पर ठेलों को व्यवस्थित किया जाए. इसके साथ ही उन्होंने नगर निगम आयुक्तों को अपने-अपने निगम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी ठेलों का पंजीयन कराने के निर्देश दिए।
बीमारियों की रोकथाम फागिंग की व्यवस्था के निर्देश
कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्तों से मच्छर से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के लिए फागिंग की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. नगर निगम आयुक्त ने बताया कि दुर्ग में 108, भिलाई में 58, चरौदा में 54, कुम्हारी में 12, जामुल में 16, धमधा में 23, अमलेश्वर में 15, अहिवारा में 12 तथा उतई में 7 स्थानों का चयन किया गया है. उन्होंने पानी भराव वाले जगहों में मच्छरों को भगाने के लिए समुचित व्यवस्था करने को कहा।
भिखारी और घुमंतू बच्चों को लिए कलेक्टर ने दिए ये निर्देश
कलेक्टर ने नगर निगम आयुक्तों को सड़कों पर घुमंतु भिक्षुओं को चिन्हांकित करने को कहा. नगर निगम आयुक्त ने बताया कि अभी तक 123 भिक्षुओं को चिन्हांकित किया गया है. कलेक्टर ने कहा सड़क पर भिक्षावृत्ति करने वालों को राहत केन्द्र में व्यवस्थित किया जाना सुनिश्चित करें. साथ ही भिक्षावृत्ति में संलिप्त घुमंतु बच्चों को बाल आश्रय स्थल पर रखने के निर्देश दिए. इसके साथ ही कलेक्टर ने खुले में घूमने वाले मवेशियों को रेडियम बेल्ट और टेगिंग कर नजदीक के गौशालाओं में स्थानांतरित करने एवं पशुओं को खुले में विचरण नहीं करने के संबंध में व्यापक मुनादी करने को कहा।