सीएम शिवराज के पैरों में पड़े ऊर्जा मंत्री
कैबिनेट में शराब दुकान बंद करने के फैसले पर भावुक हुए प्रद्युम्न; देखकर सभी मंत्री चौंक गए
भोपाल : कैबिनेट बैठक में मंगलवार को एक घटनाक्रम ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से लेकर बाकी मंत्रियों तक को चौंका दिया। दरअसल, ग्वालियर में शराब की एक दुकान बंद करने के लिए कैबिनेट में एक्स एजेंडे में प्रस्ताव आया था, लेकिन सीएम ने कहा कि इस पर चर्चा की जरूरत नहीं है। इसके बाद प्रस्ताव को चुपचाप मंजूरी मिल गई।
यह देखकर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर उठे और सीएम के पास पहुंचकर दंडवत हो गए। बताया गया है कि तोमर ने सीएम के पैरों पर सिर रख दिया। सीएम रोकते रहे, पर तोमर नहीं रुके। अलंकारिक शब्दों में कहा… आप तो भगवान हैं, आप ही ये कर सकते हैं। साथी मंत्री व सीनियर अफसर चौंक गए। मंत्रियों का कहना है कि ऐसा पहली बार हुआ कि सामान्य एजेंडे के पास होने पर कोई मंत्री इस तरह दंडवत हुआ हो। तोमर को पकड़कर उठाया गया। कुछ देर बाद वे अपनी कुर्सी पर बैठ गए।
ग्वालियर में सेवा नगर रोड पर मौजूद शराब की दुकान को बंद :
सूत्रों का कहना है कि एक्स एजेंडे में प्रस्ताव आया था कि ग्वालियर में सेवा नगर रोड पर मौजूद शराब की दुकान को बंद किया जाए। इसका 47 नंबर था। जैसे ही कैबिनेट चर्चा के लिए इस बिंदु पर पहुंची तो मुख्यमंत्री ने हाथ का इशारा करते हुए कहा, इस पर चर्चा की जरूरत नहीं है। वित्त विभाग की आपत्ति के बाद भी इसे मंजूर किया गया है। एक दुकान बंद होगी तो राजस्व का नुकसान होगा। सीएम के इतना कहते ही मंत्री तोमर अपनी कुर्सी से उठे और सीधे सीएम के सामने जाकर दंडवत हो गए।
इस घटनाक्रम के बाद ही मंत्रियों ने एजेंडा देखा कि आखिर इस बिंदु पर है क्या? बहरहाल, तोमर ने कैबिनेट के बाद सोशल मीडिया पर बताया कि उस शराब की दुकान को बंद करने के लिए लगातार प्रदर्शन हो रहे थे। तोमर लोगों को वादा कर चुके थे कि इस शराब की दुकान को बंद करवाकर छोड़ेंगे। कैबिनेट से मंगलवार को यह प्रस्ताव मंजूर हो गया।
एक साथ आए दस एक्स एजेंडे, शराब पर चर्चा से भी बचे :
कैबिनेट की बैठक का एजेंडा सोमवार को 38 बिंदुओं का जारी हुआ था। कैबिनेट में चर्चा 48 बिंदुओं पर हुई। इसी में 47 नंबर पर शराब की दुकान बंद करने का प्रस्ताव था। सीएम नहीं चाहते थे कि इस पर चर्चा हो, क्योंकि एक शराब की दुकान बंद होगी तो जहां भी प्रदर्शन हो रहे हैं, वो भी दुकान बंद करवाने की कोशिश में लग जाएंगे।
जैसे ही कैबिनेट चर्चा के लिए इस बिंदु पर पहुंची तो मुख्यमंत्री ने हाथ का इशारा करते हुए कहा, इस पर चर्चा की जरूरत नहीं है। वित्त विभाग की आपत्ति के बाद भी इसे मंजूर किया गया है। एक दुकान बंद होगी तो राजस्व का नुकसान होगा। सीएम के इतना कहते ही मंत्री तोमर अपनी कुर्सी से उठे और सीधे सीएम के सामने जाकर दंडवत हो गए।