लोकसभा पोर्टल के लिए बना नया नियम, महुआ मोइत्रा को मिला ममता बनर्जी का समर्थन, निशिकांत दुबे ने साधा निशाना
केश फॉर क्वैरी मामले में ममता बनर्जी ने काफी समय से चुप्पी साध रखी थी. अब उन्होंने इस मामले पर बयान दिया है. वहीं संसद ने इस तरह की घटना को रोकने के लिए नया नियम बनाया है

दिल्ली : केश फॉर क्वैरी मामले में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर मंडरा रहे निष्कासन के बादलों के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी चुप्पी तोड़ी दी है. उन्होंने कहा कि उनके (महुआ मोइत्रा) निष्कासन से उन्हें 2024 में फायदा होगा. उधर इस तरह की घटना को रोकने के लिए संसद में नया नियम बनाया गया है.
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक टीएमसी सुप्रीमो ने कोलकाता में एक कार्यक्रम में कहा, “महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित करने की योजना बनाई जा रही है. लेकिन इससे उन्हें 2024 के आम चुनाव के लिए मदद मिलेगी.”
संसद ने बनाया नया नियम
इस बीच संसद ने नया नियम बनाया गया है, जिसके तरह अब संसद पोर्टल के लॉगइन और पासवर्ड सांसदों तक ही सीमित रहेंगे. वह इसको अब अपने पर्सनल असिस्टेंट या सेक्रेटरी के साथ शेयर नहीं कर सकेंगे. हालांकि, सचिवालय की तरफ से अब तक इसे लेकर कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है.
‘चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण’
बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोकसभा का आदेश को शेयर करते हुए कहा कि आदेश में साफ कहा गया है कि गोपनीयता का मतलब सूचना केवल और केवल सांसद तक सीमित रहे. क्योंकि सांसद जब सवाल पूछते हैं तो संसद शुरू होने के एक घंटा पहले उत्तर सांसद को मिलता है.
उन्होंने आगे कहा कि इससे शेयर मार्केट, कंपनी की स्थिति में उतार चढ़ाव, देश की सुरक्षा में सेंध,दूसरे देशों के साथ अपने संबंध पर समय से पहले जानकारी मिल जाने पर आर्थिक,सुरक्षा से खिलवाड़ हो सकता है.आरोपी भ्रष्टाचारी सांसद को शायद हीरानंदानी जैसे PA ने यह पढ़कर नहीं बताया? यह चोरी और सीनाजोरी का उदाहरण है.
पैसे के बदले सवाल पूछने का आरोप
टीएमसी सांसद पर संसद में सवाल पूछने के लिए कारोबरारी दर्शन हीरानंदानी से 2 करोड़ रुपये नकद रिश्वत और लक्जरी गिफ्ट लेने का आरोप है. इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे ने स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर शिकायत की थी कि महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी के कहने पर संसद में गौतम अडानी से जुड़े सवाल पूछे थे.
मोइत्रा ने रिश्वत लेने के आरोपों को नकारा
टीएमसी नेता पर यह भी आरोप है कि उन्होंने बिजनेसमैन हीरानंदानी को लोकसभा पोर्टल का लॉगइन पासवर्ड दिया था. जिसकी मदद से उन्होंने नहीं संसद में सवाल पूछे थे. महुआ मोइत्रा ने भी इस बात का स्वीकार किया है कि उन्होंने अपना लॉगइन-पासवर्ड हीरानंदानी को दिया था. हालांकि, उन्होंने किसी भी तरह की रिश्त लेने के आरोपों को नकार दिया है.
यह है लोकसभा का आदेश,जो साफ़ कहता है कि गोपनीयता का मतलब सूचना केवल और केवल सांसद तक सीमित रहे।क्योंकि सांसद जब प्रश्न पूछते हैं तो संसद शुरू होने के एक घंटा पहले उत्तर सांसद को मिलता है,इससे शेयर मार्केट,कम्पनी की स्थिति में उतार चढ़ाव,देश की सुरक्षा में सेंध,दूसरे देशों के साथ… pic.twitter.com/1rsUkG0BMt
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) November 23, 2023