लोकसभा में महुआ मोइत्रा पर एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश, विपक्ष ने जमकर काटा बवाल
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में घिरीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ लोकसभा में एथिक्स कमिटी ने रिपोर्ट पेश कर दी है
दिल्ली : पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोपों में घिरीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद महुआ मित्रा के खिलाफ आखिरकार लोक सभा में एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट पेश कर दी गई है. संसद के शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन शुक्रवार (8 दिसंबर) को रिपोर्ट सबमिट की गई है.
एथिक्स कमेटी की ओर से रिपोर्ट पेश होने के बाद संसद में विपक्षी सांसदों ने जमकर हंगामा किया और नारे लगाए. इसकी वजह से लोकसभा की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दी गई.
“अब महाभारत का रण होगा”
इससे पहले महुआ मोइत्रा संसद पहुंचीं. इस दौरान उन्होंने कहा, ”मां दुर्गा आ गई हैं, अब देखेंगे..रिपोर्ट पेश होने से पहले महुआ मोइत्रा ने महाभारत की तरह रण होने की चेतावनी दी है. उन्होंने एक बंगला कविता का पाठ करते हुए कहा कि जो डराता है उसके सामने सिर उठाकर लड़ाई लड़नी चाहिए. उसके बाद उन्होंने दिनकर की मशहूर कविता का पाठ करते हुए कहा कि जब नाश मनुष्य पर छाता है पहले विवेक मर जाता है. महुआ ने कहा, ” उन्होंने (बीजेपी) चीर हरण शुरू किया है तो महाभारत का रण देखेंगे.
सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट पेश होने के बाद समिति की सिफारिश के आधार पर महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता को खत्म करने का प्रस्ताव भी लाया जाएगा. इस दौरान विपक्ष रिपोर्ट पर मत विभाजन मांग कर सकता है, इसलिए बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर आज सदन में रहने के लिए कहा है. इसके पहले 4 दिसंबर को ही संसद में रिपोर्ट पेश होनी थी लेकिन नहीं हुई.
क्या होगी कार्रवाई?
एथिक्स कमिटी ने नौ नवंबर को छह-चार के बहुमत से पैसे लेकर प्रश्न पूछने के आरोप में महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने की सिफारिश करते हुए रिपोर्ट को स्वीकार किया था. अगर इसे लागु किया गया तो महुआ की संसद सदस्यता खत्म हो सकती है.
विपक्ष की सांसद भी महुआ को बर्खास्त करने के पक्ष में
महुआ के खिलाफ कार्रवाई को लेकर विपक्ष के संसद सदस्य ने भी समर्थन किया था. विपक्षी दलों के चार सांसदों ने असहमति में वोट दिया, लेकिन कांग्रेस सांसद परणीत कौर ने मोइत्रा की सदस्यता रद करने के पक्ष में मतदान किया था. परणीत कांग्रेस से निलंबित हैं.
महुआ पर हैं ये आरोप
आपको बता दें कि महुआ मोइत्रा के पूर्व पार्टनर और सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्रइ ने मोइत्रा पर संसद में घूस लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया था. इस संबंध में जांच के लिए उन्होंने CBI के महानिदेशक को पत्र भेजा था, जिसके साथ उन्होंने कई साक्ष्य शामिल किए थे. देहाद्रइ की शिकायत के आधार पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया कि हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी से ‘कैश और महंगे तोहफो को लेकर’ संसद में सवाल पूछती हैं.”
उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला से महुआ मोइत्रा को निलंबित करने की मांग की. इस मामले को लेकर संसद की एथिक्स कमिटी जांच पूरी कर चुकी है. महुआ से पूछताछ हुई है. इसके पहले दर्शन हीरानंदानी ने हलफनामा देकर आरोप स्वीकार किया है और सरकारी गवाह बनने की इच्छा जताई है जिससे महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं.
पहले भी ऐसे आरोप में निलंबित हुए हैं सांसद
इसके पहले वर्ष 2005 में घूस लेकर प्रश्न पूछने के आरोप में 11 सांसदों की सदस्यता खत्म की गई थी. संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है और 22 दिसंबर तक चलेगा. इस बीच महुआ मोइत्रा पर कार्रवाई को लेकर फैसला होगा.