क्रॉस वोटिंग के डर से रायपुर में ठहरे हरियाणा कांग्रेस के सभी विधायकों की बिदाई

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रायपुर : क्रॉस वोटिंग के डर से हरियाणा कांग्रेस के सभी विधायकों को रायपुर में ठहराया गया। हरियाणा के सभी विधायक 2 जून की शाम से रायपुर के मेफेयर रिसोर्ट में ठहरे हुए हैं। लेकिन अब इन सभी विधायकों का इंतजार खत्म होने जा रहा है। सूत्रों से पता चला है कि आज सभी विधायकों को चंडीगढ़ ले जाया जा रहा है। ऐसा इसलिए माना जा रहा है कि सीएम भूपेश बघेल को राज्यसभा चुनाव के लिए ऑब्जर्वर बनाया गया है। सीएम भूपेश बघेल का आज शाम 5 बजे चंडीगढ़ जाना तय है। माना जा रहा है सीएम भूपेश बघेल के साथ ही हरियाणा के सभी विधायक को भी विशेष विमान से आज चंडीगढ़ ले जाया जा सकता है।
वहां सभी विधायक सीएम भूपेश बघेल के साथ एक होटेल में रुकेंगे। होटेल में रुकने के विधायकों के लिए 40 कमरे भी बुक हो चुके हैं। सूत्रों की माने तो पिछले 2 जून से कांग्रेस विधायकों को कम से कम दो से तीन बार मॉकड्रिल कराई जा चुकी है। जिससे 10 तारीख को राज्यसभा चुनाव में कोई गलती ना हो। सीएम भूपेश बघेल, राजीव शुक्ला, पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा समेत कई वरिष्ठ नेताओं ने राज्य सभा चुनाव प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओ ने समझाया कि इस आप सभी को पूरी सावधानी रखनी होगी। विधायकों को बताया कि चुनाव बैलेट पेपर पर होंगे। लेकिन इसमें मोहर नहीं लगानी है। बस नम्बर लिखने हैं, चुनाव आयोग की ओर से एक विशेष पेन दिया जाएगा। सभी को उसी पेन का उपयोग करना है। लिखते समय सभी को सावधानी रखनी है। इस पेन से सभी को बॉक्स के अंदर नम्बर लिखना है। अगर बॉक्स के बाहर नम्बर लिख गया तो तुम्हारा वोट निरस्त माना जायगा। हरियाणा कांग्रेस के विधायक पिछले चुनाव (2016) में कांग्रेस के 16 विधायकों के वोट निरस्त हो गए थे। कारण यही रहा था कि मतदान के लिए जो खास स्याही बाला पेन दिया गया था। उन विधायकों ने उस पेन का उपयोग ही नहीं किया था। जिसके कारण सुभाष चंद्रा आसानी से राज्यसभा पहुंच गए थे। इसलिए हरियाणा कांग्रेस इस बार कोई गलती नहीं दोहराना चाहती है।
विधानसभा में विधायकों की पर्याप्त संख्या होने के बावजूद कांग्रेस नम्बर गेम में फंस सकती है। 40 विधायकों वाली भाजपा अपने प्रत्याशी कृष्ण लाल पंवार को आसानी से राज्यसभा भेजने में कामयाब हो जाएगी। इसके बावजूद बीजेपी के पास 9 विधायक बचेंगे। अब जजपा के 10, हलोपा के 1 और 6 निर्दलीय विधायकों के समर्थन से पर्चा भरने वाले कार्तिकेय शर्मा को अगर भाजपा के 9 विधायक भी वोट करें, तो उनके पास 26 विधायकों का आंकड़ा हो जाएगा। जो कांग्रेस की सांसें फुलाने में कारगर है। कुलदीप बिश्नोई पहले ही कांग्रेस से नाराज हैं। अगर बिश्नोई क्रॉस वोटिंग करते हैं और बलराज कुंडू के साथ साथ अभय चौटाला अगर कार्तिकेय के साथ में चले गए तो माकन का हारना तय है। अब यह 10 जून की शाम को ही साफ हो पाएगा कि कांग्रेस की यह बाड़ेबंदी और प्रशिक्षण संगठन के काम आता है या फिर पूरी मेहनत पर झाड़ू फिरेगी।
(जी.एन.एस)