बहुत जल्द मिलेगी किसानों को फसल बीमे की राशि : गोपालसिंह इंजीनियर विधायक

किसानों की शिकायत पर खराब हुई सोयाबीन की फसल देखने विधायक पहुचे खेतो पर,सर्वे कराने के दिए निर्देश

आष्टा

मध्य प्रदेश के आष्टा जिला अंतर्गत जनसुनवाई में कई किसानों द्वारा सोयाबीन की फसल खराब होने की शिकायतों के बाद आष्टा विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने आष्टा विधानसभा क्षेत्र के दौरे के दौरान ग्राम श्यामपुरा टप्पा,लसुलड़िया विजयसिंह सहित अन्य ग्रामो में पहुच कर ग्राम चौपाल लगा कर क्षेत्र के अन्नदाता किसान भाईयों के साथ संवाद किया । संवाद के दौरान किसानों ने बताया की उन्होंने जो सोयाबीन खरीदा था काफी कम उगा,कई किसानों ने बताया की सोयाबीन बढ़ नही रह है,कई किसानों ने यह भी बताया की उनके द्वारा बीज उपचार की जिस दवा का उपयोग किया उसके कारण फसल खराब हुई है । कई किसानों ने सोयाबीन का अंकुरण नही होने की शिकायत की । विधायक ने संवाद कर किसानों की समस्याएं सुनने के बाद विधायक गोपालसिंह इंजीनियर किसानों के साथ उनके खेतो में पहुचे,सोयाबीन की प्रभावित हुई फसल को देखा । फसलों के निरीक्षण के बाद विधायक गोपालसिंह इंजीनियर ने चौपाल पर एकत्रित किसानों से संवाद करते हुए बताया की मुझे लगातार ये शिकायत मिल रही थी की पूर्व में जो फसल खराब हुई थी,जिसका सर्वे भी हो चुका लेकिन फसल बीमे की राशि आज तक नही मिली है,वो कब मिलेगी । विधायक ने कहा मप्र के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव किसानों की समस्याओं को लेकर हमेशा गम्भीर रहते है,उनके प्रयास जल्द नजर आने वाले है । जल्द ही वर्ष 2023,24,25 की बीमा राशि किसानों को मिलेगी ।
स्थानीय किसानों ने मुझे भी शिकायत की थी कि बीमे की राशि कब आयेगी । उक्त मिली शिकायतों के बाद जब उच्चस्तर पर सम्बंधित अधिकारियों,कृषि विभाग,राजस्व विभाग तक चर्चा की । अब आप सब किसान भाईयों के लिये ये खुशखबरी है की वर्ष 2023,24,25 की बीमे की राशि जल्द ही बीमा कम्पनी द्वारा किसानों के खाते में डाली जायेगी । वही आज किसान भाईयों की शिकायत पर खेतो में जो सोयाबीन की फसल देखी उससे लगता है कही कही फसलों पर विपरीत असर पड़ा है । मौके से ही विधायक ने एसडीएम नितिन टाले को फसलों की स्तिथि से अवगत कराते हुए टीम गठित कर सर्वे कराने के निर्देश दिये है । ग्रामीण क्षेत्र के दौरे के दौरान विधायक ने ग्राम श्यामपुर टप्पा,लसुलड़िया विजयसिंह में किसानों से उनकी खराब हुई फसल को लेकर ग्राम में ही चौपाल लगा कर संवाद किया । किसानों के साथ खेत में पहुंचकर खराब हुई फसलो का निरीक्षण किया ओर उनकी समस्याए भी सुनी तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया ।

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