मध्यप्रदेश के शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों के लिए बनेंगे 10 लाख आवास: डॉ. मोहन यादव

भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संत शिरोमणि गुरू रविदास जी की जयंती पर बुधवार को भोपाल के हिंदी भवन में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार वंचित वर्ग के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। सबको आगे बढ़ने का मौका मिले, सबकी आर्थिक स्थिति बेहतर हो, गरीबों की गरीबी दूर हो, युवाओं को रोजगार के अवसर, महिलाओं को सम्मान मिले, किसानों का मान बढ़ें और सभी लोग बराबरी से रहें, राज्य सरकार इस उद्देश्य से हर वर्ग के लिए योजनाएं और कार्यक्रम संचालित कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में दी गई लोकतांत्रिक व्यवस्था के आधार पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी जीवन की कठिन परिस्थितियों से संघर्ष करते हुए प्रधानमंत्री बनें। उनसे यह प्रेरणा मिलती है कि गरीब से गरीब परिवार के बच्चे भी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बन सकते हैं। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर ने समाज को शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार और समानता का अधिकार दिया। जन-जन को इन सब अधिकारों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार निरंतर सक्रिय है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्मारिका और रविदास चालीसा का विमोचन भी किया। समारोह को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक श्री भगवानदास सबनानी ने भी संबोधित किया।
प्रधानमंत्री जी “सबका साथ-सबका विकास“ की अवधारणा के साथ हर वर्ग का जीवन बेहतर बना रहे – डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी “सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास एवं सबका प्रयास“ की अवधारणा के साथ समाज के हर वर्ग के जीवन को बेहतर बनाने के लिए कृत संकल्पित हैं। राज्य सरकार उनके मार्गदर्शन में इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रदेश ही नहीं देश में सभी को यह अनुभूति है कि मध्यप्रदेश प्रगति पथ पर तेजी से आगे बढ़ रहा है, इसमें प्रदेश के सामान्यजन की मेहनत का महत्वपूर्ण योगदान है। सागर में संत शिरोमणि रविदास जी का भव्य स्मारक आकार ले रहा है। उज्जैन स्थित संत रविदास जी का गुरूद्वारा संत शिरोमणि गुरू रविदास जी के उज्जैन आगमन की स्मृति को अब भी जीवंत करता है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सभी पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा के अनुसार पक्के मकान उपलब्ध कराए जाएंगे। राज्य सरकार जल्द ही प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में गरीब परिवारों के लिए 10 लाख आवासों का निर्माण आरंभ करने जा रही है। गाँवों में भी पुनः सर्वे कराकर गरीब के अपने पक्के घर का सपना साकार किया जाएगा।
“मन चंगा तो कठौती में गंगा“ का संदेश हर व्यक्ति के भीतर भगवान विद्यमान होने का प्रतीक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि “मन चंगा तो कठौती में गंगा“ का संदेश देने वाले संत रविदास का जीवन इस बात का प्रतीक था कि व्यक्ति के भीतर ही भगवान विद्यमान हैं और भक्ति-साधना से व्यक्ति का उद्धार हो सकता है। उनका मानना था कि भगवान के दरबार में कोई ऊंच-नीच नहीं है। संत रविदास ने देश-धर्म पर स्वाभिमान और प्रभु भक्ति के साथ कर्म को सर्वाधिक महत्व दिया। उन्होंने परिश्रम के आधार पर जीवन संचालित करने और समाज की बेहतरी के लिए योगदान देने का संदेश दिया। संत रविदास ने बताया कि व्यक्ति के सत्कर्म, सद्भावना, परस्पर विश्वास और प्रेम का भाव ही जीवन में सर्वोपरि है। उनके इन उदात्त विचारों के परिणामस्वरूप ही उन्हें समाज में संत शिरोमणि की उपाधि से विभूषित किया गया।
संत रविदास जी ने समाज में समानता व आत्मनिर्भरता संदेश दिया- श्री भगवानदास सबनानी
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री व विधायक श्री भगवानदास सबनानी ने संबोधित करते हुए कहा कि संत रविदास जी ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ का मूल मंत्र हमें दिया। संत रविदास जी शिष्य मीराबाई से लेकर मेवाड़ के महाराणा तक रहे। उन्होंने समाज को पल-पल मार्गदर्शन दिया और हमारी संस्कृति और राष्ट्र भक्ति को हमेशा ऊपर रखकर हम सबको प्रेरित कर मिसाल पेश की। श्री सबनानी ने कहा कि संत रविदास जी के विचार केवल भक्ति तक ही सीमित नहीं थे, बल्कि समाज में समानता और श्रम की प्रतिष्ठा के साथ-साथ आत्मनिर्भरता का भी संदेश देते थे। आज संत रविदास जी की जयंती हैं और हम संकल्प लेकर उनके बताए गए मार्गों पर चलने का प्रयास कर रहे हैं। इस अवसर पर महापौर श्रीमती मालती राय, जिला अध्यक्ष श्री रविन्द्र यति एवं नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी सहित संत रविदास समाज के समाज के पदाधिकारी व बड़ी संख्या में समाज बंधु उपस्थित थे।

India Edge News Desk

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