कुशीनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती समेत कई जिलों में बाढ़ के हालात

 कुशीनगर

 उत्तर प्रदेश में मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के बीच नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है और कुशीनगर, बलरामपुर तथा श्रावस्ती जिलों के कई इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है.

राज्य सरकार की ओर से रविवार को यहां जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद अचानक पांच लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण श्रावस्ती और कुशीनगर में बाढ़ में फंसे 87 लोगों को राहत अभियान चलाकर सुरक्षित निकाला गया है.

सीएम ने दिए ये निर्देश
बयान के अनुसार श्रावस्ती जिले में बाढ़ में फंसे 11 और कुशीनगर जिले के 76 लोगों को बाहर निकाला गया है. मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ द्वारा बाढ़ प्रभावित इलाकों में मुस्तैदी बढ़ाने के आदेश के बाद अधिकारियों ने राहत अभियान चलाकर लोगों की जान बचायी. श्रावस्ती जिले में 18 गांव के करीब 400 ग्रामीणों को बाढ़ को देखते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया जबकि कुशीनगर में बचाव अभियान के दौरान फंसे हुए मवेशियों को भी सुरक्षित निकाला गया.

योगी ने जिलाधिकारियों को 24 घंटे के भीतर क्षतिग्रस्त फसल की सर्वेक्षण रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिये और प्रशासन स्तर के अधिकारियों को सर्वेक्षण रिपोर्ट मिलते ही मुआवजा प्रदान करने को कहा है.

नेपाल से अचानक छोड़े गए पानी में 11 लोगों के फंसे होने की सूचना
राहत आयुक्त जी एस नवीन ने बताया कि शनिवार रात करीब आठ बजे राज्य स्तरीय आपातकालीन अभियान केंद्र को श्रावस्ती के तहसील जमुनहा की ग्राम पंचायत गजोभरी के ग्राम मोहनपुर भरथा एवं केवटन पुरवा में नेपाल से अचानक छोड़े गए पानी में 11 लोगों के फंसे होने की सूचना मिली, जिसमें तीन बच्चे, पांच महिलाएं और तीन पुरुष शामिल थे. सूचना मिलते ही तत्काल श्रावस्ती के जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी को इस संबंध में जानकारी दी गयी. इसके बाद लगभग आठ घंटे की कड़ी मेहनत के बाद सभी लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया और सभी का चिकित्सकों की टीम द्वारा प्राथमिक उपचार भी कराया गया. साथ ही सभी पीड़ितों को राप्ती बैराज स्थित गेस्ट हाउस में पहुंचाया गया.

वहीं, रविवार को बाढ़ से प्रभावित श्रावस्ती जिले के 18 गांवों के करीब चार सौ लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है, जहां पर उन्हें पौष्टिक भोजन के साथ अन्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं.

राहत आयुक्त ने बताया कि शनिवार रात करीब आठ बजे राज्य स्तरीय आपातकालीन अभियान केंद्र को नेपाल में मूसलाधार बारिश के बाद देवघाट बैराज से 5,71,850 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना मिलने पर कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा को बड़ी गंडक में बाल्मीकि नगर बैराज द्वारा तीन लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना पर तहसील खड्डा के गांवों के प्रभावित होने की तत्काल जानकारी दी गयी.

इसके बाद प्रशासन ने तहसील खड्डा के प्रभावित 13 गांवों का निरीक्षण किया और राहत अभियान चलाकर कड़ी मशक्कत के बाद 76 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. इस दौरान टीम ने 20 मवेशियों को भी सुरक्षित बचाया.

इसके पहले, राहत आयुक्त कार्यालय से जारी रिपोर्ट में कहा गया कि कुशीनगर में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया है और खड्डा तहसील के 13 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.

रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ की वजह से जिले के नारायणपुर के एक टापू पर 66 लोग फंस गए थे जिनमें से अब तक 62 लोगों को निकाला जा चुका है बाकी को निकालने का काम जारी है.

श्रावस्ती में 18 गांव प्रभावित
राप्ती नदी श्रावस्ती में खतरे के निशान को पार कर गई है. यहां 18 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित इलाकों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की एक और पीएसी की दो टीम तैनात हैं. जिले में 19 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं और राप्ती बैराज पर लगातार निगरानी की जा रही है.

रिपोर्ट के मुताबिक श्रावस्ती जिले में शनिवार रात बाढ़ के पानी से घिरीं 12 श्रमिक महिलाओं और उनके बच्चों को बचाने के लिए अभियान चलाया गया और उन सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. तड़के करीब तीन बजे यह अभियान संपन्न हुआ.

रिपोर्ट के अनुसार बलरामपुर में भी बाढ़ की स्थिति है. यहां भी राप्ती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और बाढ़ पीएसी की एक-एक टीम तैनात हैं. इसके अलावा 32 चिकित्सा दल भी गठित किए गए हैं.

बस्ती में भी बारिश के आसार
उत्तर प्रदेश के पूर्वी इलाकों में मानसून जोर पकड़ चुका है और इन इलाकों के विभिन्न जिलों में पिछले दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है.

आंचलिक मौसम केंद्र लखनऊ की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य के गोरखपुर, बहराइच, गोंडा, बस्ती, संत कबीर नगर, महराजगंज, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी तथा उसके आसपास के जिलों में रविवार को भी भारी बारिश होने का अनुमान है.

India Edge News Desk

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