कांग्रेस अध्यक्ष पटवारी के भाई पर धोखाधड़ी का मामला, जमीन पर कर लिया कब्जा, इंदौर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष भी बनाए गए आरोपी

इंदौर
 मध्यप्रदेश के इंदौर में होलकर रियासतकालीन जमीन पर कब्जे को लेकर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के दोनों भाई और जिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ धोखाधड़ी सहित धमकाने की धाराओं में पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज किया गया है। तेजाजी नगर पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाई भरत पटवारी, नाना पटवारी और जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव के खिलाफ धोखाधड़ी और धमकी देने का केस दर्ज किया है। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 318(4), 336, 337, 338, 339 और 340 के तहत मामला दर्ज किया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

6.33 एकड़ जमीन पर जबरिया कब्जा का आरोप

एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा ने बताया कि तेजाजी नगर थाने पर 75 वर्षीय बुजुर्ग नरेंद्र मेहता द्वारा शिकायत की गई थी कि उनकी 6.33 एकड़ जमीन जो उमरीखेड़ा के ग्रामीण क्षेत्र में है। उस पर जोर जबरदस्ती और धमका कर कब्जा किया गया है। शिकायत के अनुसार जांच पड़ताल कर पुलिस ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाई नाना पटवारी और भारत पटवारी सहित जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि यह जमीन होलकर राजघराने में रियासतकाल में खुश होकर एक अन्य व्यक्ति को दी गई थी जिसके बाद उन्होंने इस जमीन को फरियादी को भेज दिया था और उसकी लिखा पढ़ी भी की गई थी। पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है।

नवरतनमल जैन के नाम दर्ज है जमीन

यह जमीन होलकर रियासत ने फरवरी 1939 में इनाम स्वरूप नारायण पलसीकर को दी गई थी। नरेंद्र मेहता ने बताया कि उनके पिता नवरतनमल जैन ने 1950 में इस जमीन की विक्रय संधि के तहत ऋणों का निपटान करते हुए खरीदी थी और तभी से उस पर उनका अधिकार बना हुआ है। प्रदेश की राजस्व संहिता में वह इसके स्वामी हो गए।

जान से मारने की धमकी दी

मेहता ने बताया कि आरोपियों ने शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी है। इस भूमि पर उन्होंने एक कमरे का निर्माण भी कर लिया है और सोशल मीडिया पर जमीन बेचने का प्रचार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जब वह भूमि पर जाते हैं तो आरोपी जान से मारने की धमकी देकर रुपए की मांग करते हैं।

नरेंद्र मेहता के मुताबिक होलकर रियासत ने यह जमीन इनाम स्वरूप नारायण पलसीकर को दी थी। मेरे पिता नवरतनमल जैन ने 1950 में नियमानुसार यह जमीन खरीद ली थी और तभी से हमारे अधिकार में है। आरोपियों ने राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर कर फर्जी दस्तावेज बनवा लिए हैं पर राजस्व विभाग में जमीन अभी भी उनके पिता नवरतनमल जैन के नाम पर दर्ज है। उनके नाम पर पर्ची चिपकाकर सदाशिव यादव का नाम लिख दिया गया है जिसकी राजस्व अधिकारियों को भी शिकायत की है।

शिकायत करने पर भी जान से मारने की धमकी

पुलिस को दर्ज शिकायत में नरेंद्र मेहता ने कहा कि आरोपियों ने जमीन पर अवैध निर्माण भी कर लिया है। सोशल मीडिया पर भूखंड बेचने का प्रचार कर रहे हैं। मैं वहां जाता हूं तो आरोपी जान से मारने की धमकी देते हुए रुपए मांगते हैं। शिकायत करने पर भी जान से मारने की धमकी देते हैं।

फर्जी डाक्यूमेंट बनाए

मेहता ने बताया कि आरोपियों ने राजस्व रिकॉर्ड में हेरफेर कर फर्जी डाक्यूमेंट तैयार करवा लिए हैं, पर राजस्व विभाग के अभिलेखों में यह भूमि अभी भी उनके पिता नवरतनमल जैन के नाम है। राजस्व रिकॉर्ड में जैन के नाम पर पर्ची चिपकाकर सदाशिव यादव का नाम लिखा गया है। मेहता ने मामले में राजस्व अधिकारियों से भी शिकायत की है।

India Edge News Desk

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