राज्यसभा की कार्रवाई को 13 मार्च तक स्थगित किया गया

इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली : राज्यसभा को आज एक महीने के लिए स्थगित कर दिया गया है। अब सदन की बैठक अगले महीने की 13 तारीख को होगी। संसद के बजट सत्र के पहले भाग के अंतिम दिन विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे की टिप्पणी हटाने, अडानी समूह के मुद्दे और अन्य मुद्दों को लेकर सदन में विपक्षी सदस्यों ने विरोध प्रदर्शन किया। आज सुबह जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो सभापति जगदीप धनखड़ ने आम आदमी पार्टी और बीआरएस पार्टी के सदस्यों द्वारा पेश स्थगन नोटिस को नामंजूर कर दिया। श्री खरगे ने दोनों सदनों में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर की गई अपनी टिप्पणी को हटाने का मुद्दा उठाया। सभापति ने श्री खरगे के इस आरोप को खारिज कर दिया कि वे किसी दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने सदन की कार्यवाही का वीडियो बनाने के लिए कांग्रेस सांसद रजनी पटेल के खिलाफ कार्रवाई को भी सही ठहराया। बाद में, कांग्रेस, आप और अन्य विपक्षी सदस्य अडानी समूह के मुद्दे की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग और टिप्पणियां हटाने को लेकर नारे लगाते हुए सदन के बीचो-बीच आ गए। सभापति ने उन्हें कार्रवाई की चेतावनी दी लेकिन वे नारेबाजी करते रहे, जिसके कारण सदन को सवेरे 11:50 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
जब सदन फिर से शुरू हुआ तो विपक्षी सदस्य फिर से सदन के बीचो-बीच आ गए और नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने संयुक्त संसदीय समिति से जांच की विपक्ष की मांग को दोहराया। कांग्रेस के एक अन्य सांसद प्रमोद तिवारी ने अपनी पार्टी के सांसद का निलंबन रद्द करने का आग्रह किया। इसका जवाब देते हुए सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि विपक्ष को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को बाधित करने के लिए माफी मांगनी चाहिए। सभापति ने सदन को बाधित करने की बात पर नाखुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, सदन का कीमती समय बर्बाद हो गया है और लोग सदस्यों के आचरण को देख रहे हैं। उन्होंने बार-बार विरोध करने वाले सदस्यों से आग्रह किया कि वे सदन को निर्धारित कार्य करने दें, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। बाद में, श्री धनखड़ ने सदन को अगले महीने की 13 तारीख तक के लिए स्थगित कर दिया, जब बजट सत्र का दूसरा भाग आयोजित होना है।