2022 के विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में सरकारी कर्मचारियों का महाआंदोलन
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
गांधीनगर : 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में महाआंदोलन शुरू हो गया है। गांधीनगर में आज 72 संगठनों ने मिलकर गांधीनगर सत्याग्रह छावनी में आंदोलन किया है। स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायत और न्याय समेत राज्य सरकार के 72 विभागों के कर्मचारी आंदोलन में हिस्सा ले रहे रहे हैं। आंदोलनकारी मजदूर संघों की मुख्य मांगें पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, सातवें वेतन आयोग का लाभ जल्द देने, स्थाई वेतन व्यवस्था को खत्म करने और अन्य संवर्गों को उच्च वेतनमान देने की है।
गुजरात राज्य संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के तत्वावधान में गांधीनगर के सत्याग्रह छावनी में सरकारी कर्मचारियों के विभिन्न संगठनों के कर्मचारी बड़ी संख्या में एकत्रित हुए हैं। पांच मुख्य मांगों को लेकर सरकारी कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है। कर्मचारियों ने गांधीनगर में पुरानी पेंशन योजना, सातवें वेतन आयोग के लाभ, निश्चित वेतन योजना को समाप्त करने, उच्च वेतनमान की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गुजरात राज्य संयुक्त कर्मचारी मोर्चा के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह जाडेजा ने विरोध प्रदर्शन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि हम अपनी मांगों के लिए कार्यक्रम करना जानते हैं। हमें यह सिखाने की जरूरत नहीं है कि संगठन कैसे चलाया जाता है, 7 लाख कर्मचारी सब कुछ जानते हैं। यह पहला मौका है जब गांधीनगर में इतनी बड़ी संख्या में लोग धरना दे रहे हैं।
“हम पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की राह देख रहे हैं। इससे पहले हमने 5 राज्यों के चुनाव से पहले 27 दिसंबर को देश में धरना दिया था। आने वाले दिनों में गुजरात में चुनाव हैं, हमें विश्वास है कि मोदीजी अमितजी जब हमारा प्रतिनिधित्व कर रहे हैं तो हमारी बात भी सुनेंगे, हम भीख नहीं मांग रहे हैं। गुजरात के विकास में हमारा भी योगदान है। किसी भी कर्मचारी को उसके लाभ से वंचित नहीं किया जाना चाहिए, हम हर उस कर्मचारी के अधिकारों के लिए लड़ेंगे जो उसके अधिकारों से वंचित है। ये तो ट्रेलर है, अभी पिक्चर आना बाकी है।
(जी.एन.एस)