दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने महाभारत कालीन शिवलिंग पर किया जलाअभिषेक

पंकज चतुर्वेदी
बाराबंकी : उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा में महाशिवरात्रि पर्व पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। रात में ही पूरा मेला शिव भक्तों से पट गया था। करीब दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाअभिषेक कर दर्शन पूजन अर्चन किया। हर हर महादेव की आवाज से पूरा वातावरण गुंजायमान हो रहा था। कांवरियों के जय घोष की आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई पड़ रही थी। तमाम अव्यवस्थाओं के बीच भी कांवरियों की आस्था भगवान शिव में ही लगी।मंदिर के प्रवेश लाइन में 1 किलोमीटर लंबी लाइन रात से ही लग गई थी।हर हर बम बम भोले की गूंज के साथ शिव भक्त जलाभिषेक को आतुर थे। महाशिवरात्रि पर्व पर ऐतिहासिक तीर्थ स्थल लोधेश्वर महादेवा में जल चढ़ाने के लिए चारों तरफ हर हर बम बम गूंज के साथ भोले के भक्त महादेवा पहुंच रहे थे। रामनगर चौराहे से लेकर महादेवा तक शिव भक्तों का रेला लगा रहा। उनको दर्शन पूजन कराने के लिए पुलिस द्वारा बैरियर लगाकर प्रवेश द्वार पर धीरे-धीरे मंदिर के अंदर जाने दिया जा रहा था। मंदिर में महिला एवं पुरुष सिपाही उनको दर्शन करवा रहे थे और दक्षिणी निकासी द्वार से निकलकर भक्त भोले की भक्ति में डूबे रहे। शिवरात्रि पर्व पर पुरुषों की संख्या जहां अधिक रही तो महिलाएं भी काफी संख्या में पहुंची। तमाम भक्त 3 किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे ।तो जो ऑडिटोरियम तक पहुंच गए थे उन्हें डेढ़ किलोमीटर पैदल जाना पड़ा। महिलाएं बच्चों के साथ जाते परेशान दिखी।लेकिन शिव भक्ति के आगे उनकी परेशानी गौड़ दिखी।मंदिर से निकलने वाले तमाम भक्त बाहर यह कहते सुने गए कि उन्हें यहाँ समय ही नही दिया गया और जल्दी ही मंदिर से निकाल दिया गया।कम से कम वह सैकड़ो किलोमीटर दूर से आये थे।दर्शन पूजन का समय तो मिलता।मंदिर के बाहर लगी लंबी लाइन पर पूर्व विधायक द्वारा भक्तो का स्वागत करने के लिए पुष्प वर्षा कराई गई जिससे शिव भक्त प्रसन्न दिखे।
प्रशासन रहा मुस्तैद
महादेवा आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था में और दर्शन पूजन कराने के लिए एसडीएम तान्या सहित पूरा तहसील अमला जुटा रहा। सीओ बीनू सिंह के साथ-साथ कोतवाल बृजेश वर्मा, चौकी इंचार्ज सुरेश चंद्र मिश्रा इंस्पेक्टर विनोद बाबू मिश्रा,सहित तमाम पुलिस बल पीएसी के जवान मंदिर से लेकर मेला परिसर तक मौजूद रहे। ताकि किसी प्रकार की कोई घटना न होने पाए और श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन की सुविधा मिल सके। ऑडिटोरियम के पास भी तमाम पुलिस बल लगा था हालांकि यहां पर स्थानीय लोगों को दिक्कत हुई क्योंकि उनको घर जाने में भी परेशानी हो रही थी। रामनगर चौराहे पर भी पुलिस बल लगा रहा।तो चौकाघाट गणेशपुरा मोड केसरीपुर मोड़ पर भी पुलिस बल तैनात रहा। करीब आधा दर्जन से अधिक बैरियर बनाए गए थे। जिनकी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद रही
खूब लगे भंडारे
केसरीपुर मोड़ पर खंड शिक्षा धिकारी मसौली संजय शुक्ला द्वारा भंडारा शुरू किया गया।जिसका उद्घाटन पूर्व विधायक शरद अवस्थी ने किया। तो पूर्व विधायक द्वारा महादेवा आने जाने वाले श्रद्धालुओं को गन्ने का रस पिलवाया गया। इसी तरह श्री नारायण उपाध्याय अध्यापक द्वारा भी भंडारा चलाया गया।इस स्थान पर एक दर्जन से अधिक भंडारा चल रहे थे। रामनगर चौराहा बुढ़वल में तथा महादेवा की पुरानी बाग में भी खूब भंडारे चले और भंडारों में पूरी सब्जी छोला चावल पूड़ी बूंदी आदि का प्रसाद शिव भक्तों ने ग्रहण किया।
महादेवा आने वाले श्रद्धालुओं को जाने में हुई दिक्कत
मेन रोड पर वाहन प्रतिबंधित है।इसलिए महादेवा से लौटने वाले श्रद्धालुओं को आने-जाने में काफी दिक्कतें हुई।छोटी गाड़ियां भी परिवहन निगम द्वारा नहीं लगाई गई थी। जबकि रेलवे स्टेशन पर भी पैसेंजर ट्रेन नहीं चली थी। मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को रोक रोक कर जीआरपी प्रभारी रोहित शुक्ला आरपीएफ प्रभारी आलोक सिंह द्वारा श्रद्धालुओं को घर भिजवाया जा रहा था। सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्टेशन पर आरपीएफ व जीआरपी के जवान तैनात थे।वह रेलवे क्रॉसिंग पर भी आरपीएफ जीआरपी के जवान मुस्तैद दिखे।