Trending

वकालत से दूर हो गए हैं... दलीलें पेश करना नहीं भूले हैं

स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जनता के फीडबैक के मामले में थोड़ी और तैयारी की जरूरत है.

इंदौर: शहर के प्रथम नागरिक पुष्यमित्र भार्गव भले ही राजनीति में नए हों, लेकिन वकालत के वे पुराने खिलाड़ी हैं। ये नजारा हाल ही में इंदौर एयरपोर्ट पर देखने को मिला. स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि जनता के फीडबैक के लिहाज से थोड़ी और तैयारी की जरूरत है.

अब मुख्यमंत्री के सामने कई लोगों की बोलती बंद है, लेकिन हाजिरजवाब मेयर ने अपना जवाब पेश करने में देर नहीं की. कहा कि जरूरत से ज्यादा फीडबैक मिला है। वहां मौजूद लोगों के बीच चर्चा होने लगी. वहां मौजूद लोगों के बीच चर्चा रही कि मेयर बनने के लिए उन्होंने अपर महाधिवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया होगा, लेकिन वकील अपनी दलीलें पेश करना नहीं भूले हैं. खैर, मुख्यमंत्री ने मंच से मेयर की तारीफ भी की, लेकिन फीडबैक का मुद्दा क्यों उठाया? राजनीतिक पंडित इसके मायने तलाश रहे हैं |

चुनावी तैयारी में कांग्रेस से आगे है भगवा ब्रिगेड

लोकतंत्र के पर्व को लेकर पार्टियों ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं. लंबे समय से सत्ता के सुख से दूर कांग्रेस ने कुछ समय पहले जो सक्रियता दिखाई थी, वह अब नजर नहीं आ रही है. भगवा ब्रिगेड ने अचानक अपनी गतिविधियां बढ़ाकर सबको चौंका दिया है.

पहले उन्होंने टिकट की घोषणा कर चुनावी पंडितों को चौंका दिया और फिर गुजरात के विधायक को फोन कर कार्यकर्ताओं के कान में गुजरात मॉडल पर जीत का मंत्र भी फुसफुसाया. मेंइन गतिविधियों का चुनाव में कितना फर्क पड़ेगा यह तो भविष्य बताएगा, लेकिन फिलहाल भगवा ब्रिगेड चर्चा में आ गई है। कार्यकर्ता खुश है कि किसी भी बहाने उसकी पूछपरख बढ़ गई है। कांग्रेस खेमा खामोश नजर आ रहा है. वैसे भी कांग्रेस नेता संगठन की गतिविधियों में कम और अपनी कवायद में ज्यादा व्यस्त नजर आते हैं |

खेल के प्रति गंभीरता की जरूरत

वैसे तो मैदान पर हर दिन खिलाड़ियों का जमावड़ा होता है, लेकिन 29 अगस्त का दिन खास है. इस दिन को खेल दिवस के रूप में मनाने की परंपरा है। परंपरा न टूटे, इसके लिए खिलाड़ी और खेल संगठनों के पदाधिकारी अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए मैदान पर जुटे। ज्यादातर खेल संघों के मुखिया की कुर्सी किसी न किसी नेताजी के पास है. लेकिन खिलाड़ियों और खासकर खेल मैदानों की जमीनी हकीकत किसी से छुपी नहीं है |

अब शहर में मैदान भी सिकुड़ते जा रहे हैं। कुछ को छोड़ दें तो बड़ी संख्या में ऐसे नेता हैंसंख्या ऐसे नेताओं की है, जिनकी खेल गतिविधियों में सक्रिय भागीदारी नहीं है। खेल संगठन से जुड़े लोग इसी प्रकार गतिविधियां संचालित करते रहेंगे। ऐसे ही खेल खेले जाते हैं और हर साल खेल दिवस भी मनाया जाता है. खेल के प्रति जिम्मेदारों को गंभीरता दिखानी होगी।

दावेदारों की अटकी सांसें

चुनाव नतीजों के लिहाज से मुश्किल सीटों को लेकर कांग्रेस लंबे समय से मंथन कर रही है। लेकिन बीजेपी की ओर से विधानसभा चुनाव के लिए पहली लिस्ट जारी कर दी गई. कांग्रेस खेमे में भी ऐसी ही कवायद की चर्चा थी, लेकिन गुटबाजी के कारण सूची भी टलती रही. लेकिन अब फिर से दावेदारों की सांसें ऊपर-नीचे होने लगी हैं. वजह है दिल्ली कोर्ट से भोपाल भेजे गए दो चेहरे |

एमपी कांग्रेस के नवनियुक्त प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष भंवर जितेंद्र.सिंह ने शहर और जिला अध्यक्षों को सितंबर के पहले सप्ताह में फीडबैक देने के लिए बुलाया है। अब यह तो किसी से छिपा नहीं है कि कांग्रेस में संगठन कितना प्रभावी है, लेकिन शहर और जिला अध्यक्षों की पूछपरख बढ़ गई है। दावेदारों ने अपने राजनीतिक आकाओं के दरबार में चक्कर लगाना शुरू कर दिया है। अब टिकट किसे मिलता है ये तो वक्त ही बताएगा |

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.
Back to top button