श्वेत क्रान्ति की दिशा में अव्वल पहचान बनाने की ओर अग्रसर है मरुप्रदेश
आकांक्षा पालावत
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत द्वारा बजट में सभी वर्गों और क्षेत्रों के कल्याण की दिशा में की गई घोषणाओं का प्रदेश में सकारात्मक असर सामने आ रहा है। प्रदेश के दुग्ध उत्पादन क्षेत्र को और अधिक सम्बल प्रदान करने तथा दुग्ध व्यवसाय से जुड़े पशुपालक परिवारों को खुशहाली प्रदान करने की दिशा में उठाए गए कदमों की बदौलत राजस्थान श्वेत क्रान्ति की दिशा में अव्वल पहचान बनाने की ओर अग्रसर है।
प्रदेश की अर्थव्यवस्था में कृषि और पशुपालन क्षेत्र के महत्त्व को देखते हुए पहली बार राज्य में अगल से कृषि बजट प्रस्तुत किया गया। इसमें डेयरी उद्योग को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना के अंतर्गत अनुदान राशि को 2 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 5 रुपये प्रति लीटर करने जैसा अभूतपूर्व कदम उठाया गया। इस योजना का उद्देश्य है कि इसके माध्यम से दुग्ध व्यवसाय से पशुपालकों के घर में खुशहाली आए तथा दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में राजस्थान देश का अग्रणी राज्य बने।
पश्चिमी राजस्थान में दुग्ध उत्पादकों की संख्या में हुई बढ़ोतरी
पश्चिमी राजस्थान दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड जोधपुर के प्रबन्ध संचालक सुधीर शर्मा बताते हैं कि मुख्यमंत्री की इस घोषणा से न केवल दुग्ध उत्पादकों की संख्या में वृद्धि हुई है, वरन् विगत वर्ष की तुलना में इस वर्ष ग्रीष्म ऋतु में दुग्ध संकलन कम होने की बजाय स्थिर रहा है।
उन्होंने बताया कि दुग्ध उत्पादकों की संख्या वर्ष 2021 में 12 हजार 226 से बढ़कर मार्च 2022 में 13 हजार 889 हो गई है। अर्थात् लाभान्वितों की संख्या में 1643 सदस्यों/दुग्ध उत्पादकों की वृद्धि हुई है। यह इस योजना की सफलता का प्रत्यक्ष संकेत है। दुग्ध उत्पादकों को योजना के आरंभ से ही इस योजना का भुगतान सीधे उनके बैंक खातों में भिजवाया जा रहा है।
प्रबन्ध संचालक के अनुसार वर्ष 2020-21 व 2021-22 के दौरान मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना में कुल भुगतान क्रमशः 4 करोड़ 89 लाख 79 हजार 154 रुपए एवं 5 करोड़ 28 लाख 32 हजार 456 रुपए किया गया है।
सीएम की ऐतिहासिक सौगात, पशुपालकों ने जताया आभार
मुख्यमंत्री सम्बल योजना के माध्यम से राजस्थान भर के पशुपालकों को दुग्ध व्यवसाय के माध्यम से मिली खुशहाली से पशुपालक उत्साहित हैं। इन पशुपालकों के मुताबिक मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इस योजना के जरिये दुग्ध उत्पादकों को जो सम्बल प्रदान किया है, उसे वे कभी नहीं भूल पाएंगे।
पश्चिमी राजस्थान दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड जोधपुर के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर श्री खैयराज राम विश्नोई ने मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना से पशुओं को जीवनदान मिला है वहीं पशुपालकों को आर्थिक सम्बल भी प्राप्त हुआ है। इससे पशुओं के लिए पोषण प्रबन्धन को भी मजबूती मिली है। वे बताते हैं कि यह पहला अवसर है जब किसी सरकार ने पशुपालकों के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए 5 रुपये की सब्सिडी की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि इससे गौपालन के काम में वृद्धि हुई है।