इजरायली बंधकों के भी सुरंगों में होने का है अंदेशा, काफी बड़ा है गाजा में फैला हमास का सुरंग नेटवर्क

गाजा पट्टी
इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने गाजा में सुरंग के अंदर एक रेलवे ट्रैक खोजा है। आईडीएफ ने मंगलवार को दावा किया कि उसके सैनिकों को उत्तरी गाजा के नीचे बिछी सुरंग के अंदर रेलवे ट्रैक मिला है। आईडीएफ ने बताया है कि गाजा डिवीजन, उत्तरी गाजा ब्रिगेड और याहलोम यूनिट के इंजीनियरिंग सैनिकों ने सुरंग मार्ग का पता लागाने के बाद इसे तबाह कर दिया। आईडीएफ ने गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से लगातार हमास के सुरंग नेटवर्क का खुलासा किया है। इजरायल का मानना है कि हमास ने जमीन के नीचे सुरंगों का बड़ा जाल बिछाया हुआ है, जो उसके लिए युद्ध में बहुत मददगार साबित हुआ है।

यरुशलम पोस्ट के मुताबिक, आईडीएफ ने एक बयान में कहा है कि युद्ध की शुरुआत के बाद से ही उसके सैनिक गाजा पट्टी में हमास के भूमिगत बुनियादी ढांचे को बेअसर करने के लिए काम कर रहे हैं। गाजा डिवीजन की इंजीनियरिंग यूनिट और उत्तरी गाजा ब्रिगेड के सैनिकों ने याहलोम यूनिट के सहयोग से बेत लाहिया क्षेत्र में हमास के एक हमले वाले भूमिगत सुरंग मार्ग का पता लगाया और नष्ट कर दिया। नष्ट हुए सुरंग मार्ग की लंबाई एक किलोमीटर से अधिक है। इस सुरंग मार्ग का पता खुफिया जानकारी के आधार पर पिछले कुछ हफ्तों में पता लगाया गया और उसकी जांच की गई। सैनिकों ने सुरंग मार्ग के भीतर हथियारों, विद्युत बुनियादी ढांचे और एक परिवहन रेल की पहचान की।
हमास की टनल हैंडबुक भी आईडीएफ के हाथ लगी

हमास की सुरंग नेटवर्क के बारे में जानकारी देने वाली एक हैंडबुक भी इजरायली सेना के हाथ लगी है। इससे इजरायली फौज को हमास के भूमिगत युद्ध की तैयारी का पता चला है। न्यूयॉर्क टाइम्स ने मंगलवार को एक रिपोर्ट में दावा किया कि गाजा पट्टी में आईडीएफ सैनिकों द्वारा खोजी गई 2019 की एक हैंडबुक बताती है कि हमास ने गाजा में भूमिगत अभियानों के लिए खुद को कैसे तैयार किया। हमास हैंडबुक में बताया गया है कि भूमिगत सुरंगों के भीतर कैसे काम करना है। रिपोर्ट के मुताबिक हैंडबुक में बताया गया है कि सुरंग के अंदर अंधेरे में चलते समय, लड़ाकू को इन्फ्रारेड से लैस नाइट-विजन चश्मे की जरूरत होती है। लड़ाकों को भूमिगत नेटवर्क के भीतर हथियार चलाने के तरीके के बारे में क्या सावधानी रखनी है, ये भी बताया गया है।

आईडीएफ ने गाजा के नीचे कई वर्षों में निर्मित सुरंग नेटवर्क को 'हमास मेट्रो' करार दिया है। अपने भूमिगत शहर में हमास ने रॉकेट और दूसरे हथियार जमा किए। इन स्थानों के भीतर, सेना ने बंकर, हमास कमांड सेंटर, रहने के क्षेत्र और विद्युत बुनियादी ढांचे भी तैयार किए किए हैं। आईडीएफ के मुताबिक इस नेटवर्क को बनाने में अरबों डॉलर खर्च हुए हैं क्योंकि आधा किलोमीटर लंबी सुरंग बनाने में 500,000 डॉलर का खर्च आता है। बीत साल अक्टूबर में शुरू हुए युद्ध के बाद से आईडीएफ ने कई सौ किलोमीटर लंबी सुरंगों को नष्ट करने पर काम किया है।

 

India Edge News Desk

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