राजनीति

हिंदु्त्व के मामले में उद्धव सेना ने कहा कि राहुल गांधी अकेले ही नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर भारी पड़ गए

नई दिल्ली
लोकसभा में दिए राहुल गांधी के भाषण की उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना ने खूब तारीफ की है। मुखपत्र 'सामना' में लिखे आर्टिकल में उद्धव सेना ने कहा कि राहुल गांधी अकेले ही नरेंद्र मोदी और अमित शाह पर भारी पड़ गए। अखबार ने लिखा कि राहुल गांधी ने भाजपा और मोदी-शाह के हिंदु्त्व वाले मुखौटे को उतार दिया। उन्होंने उन लोगों को हिंदू धर्म का सही अर्थ समझाया है। अखबार ने लिखा, 'राहुल गांधी ने साफ किया कि भाजपा हिंदू और हिंदुत्व का प्रतिनिधित्व नहीं करती। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह के हिंदुत्व वाले मुखौटे को उतार फेंका। राहुल गांधी इसके लिए तारीफ के हकदार हैं।'

राहुल गांधी ने यह बताया कि भाजपा के लोग हिंदुत्व के नाम पर हिंसा फैलाने की बात करते हैं। वे नफरत फैला रहे हैं। उन्होंने भाजपा वालों को बताया कि असली हिंदुत्व सहिष्णुता में है और बिना किसी डर के सच को उजागर किया है। उद्धव सेना ने कहा, 'राहुल गांधी की टिप्पणी ऐसी थी कि पीएम को भी खड़ा होना पड़ा। वह राहुल गांधी पर हिंदुओं के अपमान का आरोप लगाने लगे। राहुल गांधी ने इस पर जवाब भी दिया और कहा कि आप हिंदुत्व का अर्थ नहीं समझते। भाजपा ही हिंदुत्व नहीं है।' उद्धव सेना का मुखपत्र लिखता है, 'बीते 10 सालों में अब तक किसी भी नेता ने इस तरह से अमित शाह और नरेंद्र मोदी को चैलेंज नहीं किया था। उनके चेहरे देखने लायक थे।'

अखबार ने लिखा कि बीते 10 सालों से भाजपा की सरकार विपक्ष को हाशिये पर रख रही थी। लेकिन अब राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष आगे बढ़ रहा है। संसद में विपक्ष ने आवाज उठाई है। पहली बार इन लोगों को हिंदुत्व के नाम पर ही चुनौती मिली है। 'एक अकेला मोदी-शाह पर भारी' शीर्षक से लिखे आर्टिकल में उद्धव सेना ने कहा कि उन्होंने पूरी सरकार को अकेले ही नाको चने चबवा दिए। एक तरफ पीएम मोदी, अमित शाह, राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, किरेन रिजिजू, भूपेंद्र यादव थे तो वहीं दूसरी तरफ अकेले राहुल गांधी थे। उन्होंने सीधे मोदी और शाह के अहंकार पर चोट की है।

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.
Back to top button