न्यौता मिलने पर नहीं गए अयोध्‍या, अब चुनावी हिन्दू बने राहुल गांधी

लखनऊ

सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव 2024 का मुकाबला बेहद रोचक होता जा रहा है। सभी राजनीतिक दलों ने एक-एक सीट जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यहीं वजह है कि उत्तर प्रदेश की कन्नौज सीट से अखिलेश यादव ने लड़ने का फैसला लिया है। अखिलेश के बाद अब सबकी निगाहें गांधी परिवार पर टिकी हुई हैं। सूत्रों का दावा है कि अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली सीट से प्रियंका गांधी चुनाव लड़ने जा रही हैं। दोनों ही नेता नामांकन से पहले अयोध्या पहुंचकर रामलला के दर्शन कर सकते हैं। 1 मई को राहुल और 3 मई को प्रियंका गांधी अपना नामांकन कर सकती हैं।
 
दरअसल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी अभी वायनाड चुनाव में व्यस्त हैं। 26 अप्रैल को दूसरे चरण में केरल की वायनाड सीट पर वोटिंग होनी है। राहुल गांधी को इस बार वायनाड सीट पर भी कांटे की टक्कर मिल रही है। दावा किया जा रहा है कि 26 को वोटिंग के बाद राहुल गांधी और उनकी टीम उत्तर प्रदेश की ओर रुख कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि राहुल गांधी कांग्रेस का गढ़ रही अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। साथ ही प्रियंका गांधी के भी रायबरेली सीट से चुनाव लड़ने की चर्चा है। राहुल और प्रियंका गांधी मई महीने के शुरुआती दिनों में अपना-अपना नामांकन कर सकते हैं।

3 मई को पर्चा दाखिल कर सकती हैं प्रियंका
सूत्रों का दावा है कि राहुल गांधी 1 मई को अमेठी लोकसभा सीट से नामांकन कर सकते है, जबकि नामांकन के आखिरी दिन 3 मई को प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से अपना पर्चा दाखिल कर सकती हैं। अमेठी और रायबरेली सीट पर पांचवे चरण यानी 20 मई को वोटिंग होनी है। प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के चुनाव लड़ने पर कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि अमेठी और रायबरेली सीट से गांधी परिवार का जुड़ाव है, इसलिए दोनों ही सीट पर गांधी परिवार के ही सदस्य चुनाव लड़ेंगे। फिलहाल यूपी में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली अमेठी और रायबरेली सीट पर जीत से ज्यादा कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर चर्चा हो रही है।

कांग्रेस के दोनों विधायक रामलला का दर्शन करने पहुंचे थे
बीजेपी लगातार अयोध्या राम मंदिर निर्माण में खलल डालने के लिए कांग्रेस को आड़े हाथों ले रही है। इसको लेकर सूत्रों का दावा है कि राहुल और प्रियंका अपने नामांकन से पहले अयोध्या पहुंचकर प्रभु श्रीरामलला के दर्शन कर सकते हैं। गौरतलब है कि कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्‍व ने रामलला के प्राण प्रतिष्‍ठा में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा दिया था। हालांकि बाद में यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आह्वान पर कांग्रेस के दोनों विधायक आराधना मिश्रा और वीरेंद्र चौधरी भी रामलला का दर्शन करने पहुंचे थे। अब राहुल और प्रियंका भी बीजेपी को हमला बोलने का कोई मौका ना देकर अयोध्या से सियासी संदेश भी दे सकते हैं।

इस बीच, अमेठी में प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के पोस्टर लगने से फिर से तमाम तरह के कयास लगने लगे हैं। इसको लेकर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी का कहना है कि रॉबर्ट वाड्रा की बहुत लंबे समय से चुनाव लड़कर संसद पहुंचने की इच्छा है। वाड्रा मानते है कि गांधी-नेहरू परिवार से जुड़े हैं तो राजनीति पर उनका एकाधिकार है। अमेठी से राहुल पलायन कर गए, लौट कर वापस नहीं आना चाहते, रायबरेली से सोनिया गांधी मैदान छोड़कर चली गई है। ऐसे में कौन वहां से चुनाव लड़े तो रॉबर्ट वाड्रा के मन के भीतर अंकुर फुट पड़े है। रॉबर्ट वाड्रा लगातार प्रयास कर रहे हैं। अपनी इच्छा जताने के बाद अब पोस्टर का सहारा लिया है। लेकिन रॉबर्ट वाड्रा को भी यूपी की जनता स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। वाड्रा अगर आए तो किसानों को अपनी जमीन बचानी होगी क्योंकि वह जमीनों को लेकर बहुत कुख्यात हैं।

India Edge News Desk

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