प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और आईटी इंडस्ट्री में वर्क-लाइफ बैलेंस पर आईटीएम यूनिवर्सिटी में हुआ इंटरनेशनल एक्सपर्ट सेशन का आयोजन

- सफल बनने स्टूडेंट्स को हर सेक्टर में अप टू डेट रहने की जरुरत: डॉ. सुमेर सिंह
- सक्सेसफुल और ग्लोबल होने हमेशा वोकल बनने पर एक्सपर्ट ने दिया जोर
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
रायपुर : नवा रायपुर स्थित आईटीएम यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड रिसर्च ने बी.टेक, बीसीए, एमसीए और बी. आर्क के स्टूडेंट्स के लिए अपने यूनिवर्सिटी कैंपस में “प्रोजेक्ट मैनेजमेंट और आईटी इंडस्ट्री में वर्क-लाइफ बैलेंस” पर एक एक्सपर्ट सेशन का आयोजन किया। यूएसए के न्यू जर्सी में बारक्लेज बैंक के असिस्टेंट वाइस-प्रेसिडेंट बृजेश मिश्रा इस कार्यक्रम में गेस्ट स्पीकर रहे । आईटीएम यूनिवर्सिटी रायपुर के वाइस -चांसलर प्रोफेसर डॉ. सुमेर सिंह ने गेस्ट का वेलकम करते हुए सेशन की महत्ता पर जोर दिया और स्टूडेंट्स को हर सेक्टर में अप टू डेट रहने की सीख दी। गेस्ट स्पीकर बृजेश मिश्रा ने छात्रों और फैकल्टी सदस्यों को संबोधित करते हुए बैंकिंग और आईटी इंडस्ट्री से संबंधित अनुभव साझा किए और वर्कप्लेस का वास्तविक दृश्य प्रस्तुत किया। उन्होंने सक्सेसफुल और ग्लोबल होने के लिए हमेशा वोकल बनने की बात कही।
इंडस्ट्री के वर्किंग मॉडल्स पर फोकस करते हुए उन्होंने स्टूडेंट्स को गाइड करते हुए बताया कि कैसे प्रोजेक्ट मैनेजमेंट वास्तविक जीवन की समस्याओं के निराकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट मैनेजमेंट की वृहद जानकारी देते हुए उन्होंने एकीकरण, कार्यक्षेत्र, समय, लागत, गुणवत्ता, संसाधन, संचार, जोखिम, खरीद और हितधारक जैसे दस ज्ञान क्षेत्रों को सहजता से समझाया। इसके आगे श्री मिश्रा ने वर्क-लाइफ बैलेंस पर बोलते हुए स्टूडेंट्स को हेल्दी हैबिट व डाइट को हमेशा बनाए रखने की सलाह दी। फिर टारगेट गोल्स और सही प्राथमिकता तय करते हुए प्रोडक्टिविटी और क्रिएटिविटी बनाए रखने के लिए गेस्ट स्पीकर ने कई टिप्स भी दिए।
आईटी उद्योग में चल रही रिसेशन और फायरिंग के बारे में एक स्टूडेंट के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि यह भी हर इंडस्ट्री का एक हिस्सा है और फ्रेशर्स को हमेशा सकारात्मक होते हुए रिटेंशन लेवल के साथ रचनात्मकता विकसित करने पर ध्यान देना चाहिए।
सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और टेस्ट लाइफ-साइकिल में कई वर्षों के अनुभव के साथ श्री मिश्रा ने आगे जोर देकर कहा कि हैप्पीनेस और वर्क सैटिस्फैक्शन हर हाल में मायने रखती है। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. मोहित साहू एवं डॉ. नितिन जायसवाल ने किया। अंत में प्रो. ज्योति सिंह ने आभार प्रदर्शन किया। इस सत्र से बी.टेक, बीसीए, एमसीए, और बी. आर्क छात्रों और संकाय सदस्यों को आईटी उद्योग से संबंधित तकनीकी और कौशल से भरपूर कई नवीन जानकारियां मिली।