क्या बाबा बालकनाथ सीएम पद की रेस से बाहर हो गए हैं? सोशल मीडिया पोस्ट में दिए गए बड़े संकेत
राजस्थान के संभावित मुख्यमंत्री की रेस में महंत बालकनाथ का नाम चल रहा है. इस बीच उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर संकेत दिया है कि वह इस रेस में नहीं हैं.
![राजस्थान विधानसभा](https://i0.wp.com/indiaedgenews.com/wp-content/uploads/2023/12/राजस्थान-विधानसभा.jpg?resize=780%2C470&ssl=1)
राजस्थान: राजस्थान विधानसभा में प्रचंड जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) यहां किसे मुख्यमंत्री बनाएगी, इस पर सस्पेंस बना हुआ है. सबसे मशहूर चेहरों में बाबा बालकनाथ का नाम है जिन्हें राजस्थान का योगी भी कहा जाता है. हालांकि, शनिवार (09 दिसंबर) को उन्होंने खुद ही कुछ ऐसा कह दिया, जिससे ऐसा लग रहा है कि वह राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर हो गए हैं |
2019 में बीजेपी के टिकट पर
अलवर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए बालकनाथ ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर लिखा, मुझे ऐसा करने का मौका दिया। कृपया चुनाव नतीजे आने के बाद मीडिया और सोशल मीडिया पर चल रही चर्चाओं पर ध्यान न दें. मुझे अभी भी प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में अनुभव प्राप्त करना है।’
अलवर से चुने गए थे सांसद,
नाथ संप्रदाय के संत हैं बाबा बालकनाथ 2019 में बीजेपी के टिकट पर अलवर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गए थे। इस बार पार्टी ने उन्हें जिले की तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव के लिए टिकट दिया था। उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इमरान खान को हराकर जीत दर्ज की. इसके बाद उन्होंने सांसद पद से इस्तीफा दे दिया और उनका नाम राज्य के मुख्यमंत्री की दौड़ में चल रहा है. बालकनाथ उसी नाथ संप्रदाय के संत हैं जिससे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आते हैं।
बुलडोजर से किया था चुनाव प्रचार
बाबा बालकनाथ रोहतक के मस्तनाथ मठ के महंत हैं. 29 जुलाई 2016 को, महंत चांदनाथ ने एक समारोह में बालकनाथ योगी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया, जिसमें उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बाबा रामदेव भी शामिल हुए। उनके समर्थक उन्हें ‘राजस्थान के योगा’ के नाम से भी संबोधित करते हैं। महंत बालकनाथ योगी की राजनीतिक पारी उनके गुरु महंत चांदनाथ के उत्तराधिकारी के रूप में हुई। उनके गुरु भी सांसद थे. उन्हें राजस्थान का फायर ब्रांड नेता माना जाता है.
वसुंधरा राजे ने दिल्ली में डाला है डेरा
आपको बता दें कि राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य में बीजेपी की दिग्गज नेता वसुंधरा राजे ने भी मुख्यमंत्री पद के लिए अपना दावा ठोक दिया है. उन्होंने दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की. उधर, राजस्थान में महंत बालकनाथ के समर्थन में लगातार मांग उठ रही है.
कल तक उन्हें मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदारों में माना जा रहा था,
लेकिन आज उनके ट्वीट से लग रहा है कि बीजेपी ने उनके लिए कुछ और ही प्लान कर लिया है. बालकनाथ के अलावा राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर जिन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा है उनमें किरोड़ी लाल मीणा, राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और दीया कुमारी शामिल हैं।