…ये चेन्नई सुपर किंग्स है कि जीतती ही नहीं
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुंबई : चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अब तक सबसे खराब सीजन साबित हुआ है। अब तक के आईपीएल के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स ने ऐसी खराब शुरुआत कभी नहीं की। चेन्नई को अपने पहले चारों मुक़ाबलों में हार का स्वाद चखना पड़ा है। टूर्नामेंट में चेन्नई की उम्मीदों को जीवित रखने को लेकर चर्चा भी शुरु हो गई है। शनिवार को सनराइज़र्स के हाथों मिली आठ विकेट की करारी हार के बाद टीम के कोच स्टीफन फ्लेमिंग की प्रतिक्रिया सामने आई है। जिसमें उन्होंने यह बात स्वीकारी है कि अब चेन्नई सुपर किंग्स के खेमे का आत्मविश्वास डगमगाने लगा है।
फ्लेमिंग ने कहा कि हमें बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी और फील्डिंग सभी क्षेत्रों में सुधार करने की जरूरत है। शायद हर पहलू (खेल के) एक चिंता का विषय है। हम एक तरह से सीख रहे हैं। हमारे पास खिलाड़ी की उपलब्धता के बारे में कुछ समस्याएं हैं और कुछ क्षेत्रों में थोड़ी कम शक्ति है। हम कोई मैच नहीं जीत रहे हैं। किसी भी गेम को जीतने के क़रीब नहीं पहुंचने के कारण आपको थोड़ा आत्म-संदेह होता है और खिलाड़ियों को थोड़ा निरसता आती है। इसलिए हमें बस यह सब ठीक करना है और लय को वापस प्राप्त करने की कोशिश करनी है और टूर्नामेंट में वापस आना है।
टूर्नामेंट शुरू होने से पहले ही सुपर किंग्स को झटका लगा था। दीपक चाहर, जिन्हें उन्होंने मेगा नीलामी में 14 करोड़ रूपए में खरीदा था, वह अभी तक पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हुए हैं। इसके बाद एडम मिल्न ने भी केकेआर के खिलाफ खेले गए पहले मुक़ाबले के बाद से ही कोई मैच नहीं खेला है। यह स्पष्ट नहीं है कि वह चयन के लिए उपलब्ध है या नहीं। फ्लेमिंग ने कहा कि हम विपक्षी टीम पर दबाव बनाने में कामयबी हासिल नहीं कर पा रहे हैं। बल्लेबाज़ी, गेंदबाज़ी, फील्डिंग में कमी रह रही है। आत्मविश्वास हासिल करने के लिए एक या दो अच्छे प्रदर्शन की दरकार होती है। लेकिन इस वक्त हम इसे हाशिल करने के मामले में काफ़ी पीछे चल रहे हैं।
(जी.एन.एस)