हिजबुल्लाह के साथ युद्ध से बचना चाहता है इजरायल : रक्षा मंत्री


हिजबुल्लाह के साथ युद्ध से बचना चाहता है इजरायल : रक्षा मंत्री

इजरायल लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के साथ युद्ध से बचना चाहता है

गाजा युद्ध मुद्दे पर कैलिफोर्निया विवि के प्रेसिडेंट ने दिया इस्तीफा

यरुशलम
इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि उनका देश लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह के साथ युद्ध से बचना चाहता है।

 लेबनान के साथ इजरायल की उत्तरी सीमा के पास सैनिकों के साथ बात करते हुए गैलेंट ने कहा कि इजरायल उत्तरी क्षेत्र के निवासियों को अपने घरों में सुरक्षित लौटाएगा और ऐसा करने के लिए हर अवसर की तलाश कर रहा है। हम जानते हैं कि युद्ध की कीमत सभी को चुकानी पड़ती है।

उन्होंने कहा, "युद्ध का एक लंबा दौर लेबनान और हिजबुल्लाह के लिए विनाशकारी होगा, लेकिन हमें इसकी कीमत चुकानी होगी और हम इससे बचना चाहेंगे।"

गैलेंट ने कहा कि कुछ भी हो सकता है, और हमें इसके लिए तैयार रहना चाहिए। अगर हम यह निष्कर्ष निकालते हैं कि हमें कार्रवाई करने की आवश्यकता है, तो हम ऐसा केवल इसलिए करेंगे क्योंकि हमें अपने नागरिकों की रक्षा करनी है।

इससे पहले शुक्रवार को इजरायली सेना ने कहा था कि उसने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के वायु रक्षा बुनियादी ढांचे, लॉन्चरों और संरचनाओं पर हमला किया है। लेबनान की रिपोर्टों के अनुसार, इजरायली हमलों में समूह का एक स्थानीय नेता मारा गया।

वहीं, हिजबुल्लाह के हमले  भी जारी रहे, उत्तरी इजरायल में दर्जनों रॉकेट और ड्रोन लॉन्च किए गए।

हाल के दिनों में हिज्बुल्लाह और इजरायली सेना के बीच गोलीबारी तेज हो गई है। हिजबुल्लाह ने इजरायल के खिलाफ नए प्रकार के रॉकेट तैनात किए हैं और अक्टूबर के बाद से इजरायली क्षेत्र में ड्रोन हमला किया है।

 

गाजा युद्ध मुद्दे पर कैलिफोर्निया विवि के प्रेसिडेंट ने दिया इस्तीफा

सैन फ्रांसिस्को
 कैलिफोर्निया में सोनोमा स्टेट यूनिवर्सिटी (सीएसयू) के प्रेसिडेंट मिंग-तुंग माइक ली ने  अपने पद से इस्तीफा दे दिया। एक दिन पहले ही सीएसयू के अधिकारियों ने उन्हें छुट्टी पर भेज दिया था। दरअसल माइक ली ने घोषणा की थी कि संस्थान इजरायल से शैक्षणिक और वित्तीय संबंधों को तोड़ लेगा।

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, सीएसयू चांसलर मिल्ड्रेड गार्सिया ने कहा कि ली ने उन्हें सेवानिवृत्त होने के अपने फैसले के बारे में सूचित किया है, उन्होंने ली की कार्रवाई को "अवज्ञा" करार दिया और गुरुवार को एक एक्टिंग प्रेसिडेंट नामित किया।

गार्सिया ने  एक बयान में कहा, "सीएसयू का मिशन उन सभी के लिए एक समावेशी संस्थान नाना है जिनकी हम सेवा करते हैं, न कि एक समुदाय को दूसरे समुदाय से अलग करना।"

दरअसल विश्वविद्यालय के कैंपस में फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन चल रहा था। इसी को लेकर माइक ली ने फिलिस्तीनी समर्थक छात्रों से एक समझौता किया था, जो परिसर में कैंप लगाए हुए थे। उन्होंने बुधवार शाम को सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और कहा कि उन्होंने सीएसयू लीडर्स की मंजूरी के बिना काम किया।

28 साल तक सैक्रामेंटो स्टेट यूनिवर्सिटी में एडमिनिस्ट्रेटर और बिजनेस प्रोफेसर के रूप में काम करने के बाद माइक ली दो साल से भी कम समय से सोनोमा स्टेट यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट थे।

 

 

India Edge News Desk

Follow the latest breaking news and developments from Chhattisgarh , Madhya Pradesh , India and around the world with India Edge News newsdesk. From politics and policies to the economy and the environment, from local issues to national events and global affairs, we've got you covered.

Related Articles

Back to top button