झारखंड-खूंटी जिले में निशक्त स्वावलंबन योजना का विस्तार, सिकल सेल एनीमिया पीड़ितों को पहली बार मिलेगी पेंशन

रांची.

पर्यावरण में जैसे-जैसे बदलाव होते जा रहे हैं, इससे लोगों में कई तरह के रोग बढ़ते जा रहे हैं। पर्यावरण की बदली हुई परिस्थिति में कुछ आनुवांशिक रोग ज्यादा परेशानी पैदा कर सकते हैं। इसी तरह की एक आनुवंशिक बीमारी है सिकल सेल (Sickle Cell), जो कि जीन में असामान्य बदलाव की वजह से होती है। अब इस बीमारी को लेकर झारखंड के खूंटी जिले में एक पहल की गई है।

सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों को हर महीने एक हजार रुपये की पेंशन मिला करेगी।पेंशन देने की मंजूरी अधिकारी ने बुधवार को बताया कि झारखंड में खूंटी जिला प्रशासन ने पहली बार स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए पेंशन देने की मंजूरी दी है।

इतने लोगों को मिलेगा लाभ
खूंटी के उपायुक्त लोकेश मिश्रा की पहल पर खूंटी के सामाजिक सुरक्षा प्रकोष्ठ ने कार्यक्रम शुरू किया है। अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के अंतर्गत विभिन्न ब्लॉकों से नौ लाभार्थियों की पहचान की गई है, जिनमें खूंटी और कर्रा से तीन-तीन, मुरहू से दो और तोरपा ब्लॉक से है। उन्होंने आगे कहा कि इस योजना के तहत हर महीने लाभार्थियों को एक हजार रुपये दिए जाएंगे।

99,165 लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग
अधिकारी ने कहा कि अगर आगे भी ऐसे किसी मरीज की जानकारी मिली तो उसे भी योजना का लाभ दिया जाएगा। जिले में अब तक 99,165 लोगों की सिकल सेल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। इनमें से 114 सिकल सेल से पीड़ित और 46 लोग सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया रोग से पीड़ित पाए गए। उन्होंने कहा कि इनमें से 40 प्रतिशत या इससे अधिक सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया रोग से पीड़ित नौ व्यक्तियों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र के आधार पर स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत पेंशन दी जा रही है।

जेनिटिक बीमारी है सिकल सेल
सिकल सेल एक जेनेटिक बीमारी है। सामान्य रूप में हमारे शरीर में लाल रक्त कण प्लेट की तरह चपटे और गोल होते हैं। यह रक्त वाहिकाओं में आसानी से आवाजाही कर पाते हैं, लेकिन यदि जीन असामान्य हैं तो इसके कारण लाल रक्त कण प्लेट की तरह गोल न होकर अर्धचंद्राकार रूप में दिखाई देते हैं। इस वजह से यह रक्त वाहिकाओं में ठीक तरह से आवागमन नहीं कर पाते हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इसके कारण मरीज को एनीमिया की समस्या होती है। सिकल सेल रोग अधिकतर उन देशों में ज्यादा होता है जो अविकसित होते हैं। इसलिए यह रोग अफ्रीका, तुर्की, ग्रीस, सऊदी अरेबिया और भारत जैसे कई देशों में ज्यादा देखने को मिलता है।

India Edge News Desk

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