सीएसके के कम अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने का इंतजार कर रहे होंगे जोस बटलर
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुंबई : जोस बटलर शुक्रवार को यहां इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के कम अनुभवी गेंदबाजी आक्रमण की धज्जियां उड़ाने का बेसब्री से इंतजार कर रहे होंगे और राजस्थान रॉयल्स की उम्मीदें भी उनके प्रदर्शन से प्लेऑफ में जगह बनाने पर लगी होंगी। संजू सैमसन की अगुआई वाली टीम एक और जीत से 18 अंक पर पहुंच जाएगी जिससे शीर्ष चार स्थानों के लिएं उन्हें सभी गणनाओं और संभावनाओं को स्पष्ट करने में मदद मिलेगी। बल्कि एक जीत राजस्थान रॉयल्स के लिए शीर्ष दो में स्थान भी सुनिश्चित कर सकती है क्योंकि लखनऊ सुपर जायंट्स (+0.251) की तुलना में उनका +0.304 का नेट रन रेट (एनआरआर) काफी बेहतर है।
रॉयल्स की टीम सीएसके के लचर प्रदर्शन का फायदा भी उठाना चाहेगी क्योंकि अंतिम मैच में वह उनका खेल बिगाड़ भी सकती है। इससे बचने के लिए बटलर को बल्ले से दमदार प्रदर्शन दोहराते हुए योगदान करना होगा क्योंकि वह पिछले चार मैचों में 22, 30, 07 और 02 रन की पारी ही खेल पाए हैं जबकि वह बल्लेबाजों की तालिका में 627 रन बनाकर इस समय शीर्ष पर चल रहे हैं। रॉयल्स की टूर्नामेंट में सफलता का ज्यादातर श्रेय बटलर द्वारा दिलायी गयी शानदार शुरूआत और युजवेंद्र चहल के 24 विकेट को ही दिया जायेगा। बटलर तीन शतक और इतने ही अर्धशतक जड़ चुके हैं। उन्होंने अपने ज्यादातर रन टूर्नामेंट के शुरूआती ‘हाफ’ में बनाए।
चहल ने गेंदबाजी में अपनी लय बरकरार रखी है लेकिन बटलर की बात करें, तो उनकी फॉर्म में थोड़ी गिरावट आई है लेकिन प्लेऑफ से पहले अंतिम लीग मैच उनके लिये वापसी करने का आदर्श समय होगा। वहीं सीएसके की गेंदबाजी में मुकेश चौधरी, सिमरजीत सिंह और ‘बेबी मलिंगा’ के नाम से मशहूर माथिशा पाथिराना अंतिम मुकाबले में अपनी धार दिखाना चाहेंगे लेकिन टूर्नामेंट के ज्यादातर मैचों में खराब बल्लेबाजी के कारण टीम का मनोबल गिरा हुआ है।
बटलर जहां रॉयल्स के लिए बल्लेबाजी सूची में शीर्ष पर बने हुए हैं तो सीएसके के रूतुराज गायकवाड़ ने बाद में लय हासिल की जिससे वह 366 रन बना चुके हैं लेकिन अन्य कोई भी बल्लेबाज 300 रन के करीब तक नहीं पहुंचा है। डेवोन कोनवे ने दूसरे ‘हाफ’ में अधिक मैच खेले, उनके 236 रन हैं। सीएसके के ज्यादातर सीनियर खिलाड़ी जैसे एमएस धोनी (206), अंबाती रायुडू (271) और रॉबिन उथप्पा (230) इस आईपीएल सत्र में अच्छा नहीं कर सके जो टीम की सबसे बड़ी विफलता रही है।
चोटिल दीपक चाहर की अनुपस्थिति और जोश हेजलवुड को रिटेन नहीं कर पाने से उनकी गेंदबाजी काफी प्रभावित हुई। उनके पास गेंदबाजी अनुभव नहीं था जिसका उन्हें खामियाजा भुगतना पड़ा। पाथिराना का गेंदबाजी एक्शन लसिथ मलिंगा के एक्शन की तरह ही दिखता है। उन्होंने धोनी को प्रभावित किया लेकिन अभी काम किया जाना बाकी है। साथ ही मुकेश (16 विकेट), सिमर (तीन विकेट) और स्पिनर महेश तीक्षणा (12) अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन वे अभी तक खुद को ‘मैच विजेता’ साबित नहीं कर पाए हैं।
रॉयल्स के गेंदबाजी आक्रमण को टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ में से एक कहा जा सकता है जिसमें चहल (24 विकेट, इकोनोमी रेट 7.76) और रविचंद्रन अश्विन (10 विकेट, इकोनोमी रेट 7.15) की स्पिन जोड़ी ने बल्लेबाजों को काफी परेशान किया है। प्रसिद्ध कृष्णा (15 विकेट) ने भी ज्यादातर दिन धारधार गेंदबाजी की है और ट्रेंट बोल्ट (12 विकेट) की गेंदों को खेलना भी किसी भी शीर्ष क्रम के लिये मुश्किल हो जाता है। राजस्थान रॉयल्स का क्वालीफाई होना उनके ही हाथों में है और वे सीएसके पर जीत से इसे सुनिश्चित करने के लिये बेकरार होंगे।
(जी.एन.एस)