ईरान और इजरायल के बीच जारी धमकियों ने मध्य पूर्व में और अधिक अस्थिरता पैदा की, तेल अवीव को मिट्टी में मिला देंगे

ईरान
ईरान और इजरायल के बीच जारी धमकियों ने मध्य पूर्व में और अधिक अस्थिरता पैदा कर दी है। हाल ही में ईरानी इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के जनरल इब्राहीम जब्बारी ने कहा कि ईरान "ऑपरेशन ट्रू प्रमिस 3" के तहत इजरायल को नष्ट कर देगा। उन्होंने चेतावनी दी, "ऑपरेशन ट्रू प्रमिस 3 को सही समय पर, सटीक तरीके से और इतने बड़े पैमाने पर अंजाम दिया जाएगा कि इजरायल को नष्ट कर दिया जाएगा और तेल अवीव व हैफा को जमींदोज कर दिया जाएगा।"

इजरायल के विदेश मंत्री गिडियन सार ने जब्बारी की धमकी का कड़ा जवाब देते हुए कहा, "अगर यहूदी लोगों ने इतिहास से कुछ सीखा है तो वह यह है कि अगर आपका दुश्मन कहता है कि उसका उद्देश्य आपको नष्ट करना है, तो उसे मानो। हम तैयार हैं।" यह धमकी IRGC के उच्च अधिकारियों द्वारा इस हफ्ते में दी गई तीसरी धमकी है। IRGC के डिप्टी कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अली फदवी और एयरोस्पेस फोर्स के कमांडर ब्रिगेडियर जनरल अमीर अली हाजीज़ादेह ने भी इसी तरह की धमकियां दी हैं, जिसमें इजरायल को नष्ट करने की बात की गई है। यह धमकी "ऑपरेशन ट्रू प्रमिस 3" के तहत तीसरी हमले की योजना के तहत दी गई है, जो अप्रैल और अक्टूबर 2024 में ईरानी हमलों के बाद इजरायल पर तीसरी बार हमला करने की योजना है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, IRGC ने मिसाइल उत्पादन में भी वृद्धि की है। ईरान ने हाल ही में चीन से 1,000 टन रॉकेट ईंधन के प्रीसर्सर रसायनों की खेप प्राप्त की है। इसके साथ ही, IRGC ने एक नया भूमिगत "मिसाइल सिटी" भी खोला है, जो दक्षिणी जल क्षेत्रों में विध्वंसक जहाजों को निशाना बनाने के लिए डिजाइन किया गया है।

एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी-इजरायल गठबंधन ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर संयुक्त हमले की योजना बना सकता है। अमेरिकी-इजरायल सार्वजनिक मामलों के समिति (AIPAC) के पूर्व रिसर्च प्रमुख और CIA के 30 साल के अनुभवी अधिकारी कॉलिन विंस्टन ने एक लेख में दावा किया है कि अब ईरान पर एक संयुक्त हमले का यह सही समय है। उन्होंने कहा, "हिज़बुल्ला और हमास अब इजरायल के लिए खतरा नहीं हैं। ईरान का 'प्रतिरोध धुरी' नष्ट हो चुका है।"

विंस्टन ने आगे कहा कि ईरान अब परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त हथियार-ग्रेड यूरेनियम तैयार करने के कगार पर है और अब "इंटेलिजेंस पर निर्भर रहना" एक प्रभावी रणनीति नहीं रह गई है। इसलिए, उन्होंने इजरायल और अमेरिका को ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ निर्णायक सैन्य कार्रवाई करने का आह्वान किया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरगची ने जनवरी में चेतावनी दी थी कि यदि इजरायल या अमेरिका ने ईरान के परमाणु सुविधाओं पर हमला किया, तो यह क्षेत्र में पूर्ण युद्ध की स्थिति पैदा कर सकता है। उन्होंने अल जजीरा से कहा, "ईरान के परमाणु सुविधाओं पर सैन्य हमला करना अमेरिका की सबसे बड़ी ऐतिहासिक गलती होगी।" वाशिंगटन पोस्ट ने भी हाल ही में रिपोर्ट किया था कि अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल अगले कुछ महीनों में ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर पहले से हमला कर सकता है।

India Edge News Desk

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