सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी खुद के अपमान का मुद्दा उठाया।
मुझे संसद में बोलने नहीं दिया गया, ये मेरा अपमान है, सदन में भड़के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे
दिल्ली : संसद के मानसून सत्र के दौरान मणिपुर में हिंसा के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच जमकर हंगामा हो रहा है. आज भी राज्यसभा में कुछ ऐसा ही नजारा था. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उस वक्त भड़क गईं जब विपक्ष ने उन्हें ‘देशद्रोही’ कहा. उन्होंने विपक्ष पर तीखा हमला बोला. इस बीच सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपने अपमान का मुद्दा उठाया |
मेरा अपमान किया गया: मल्लिकार्जुन खड़गे
मल्लिकार्जुन खड़गे ने निर्मला के आरोप पर कहा कि इसलिए मैं यह सोचकर उठा कि मुझे बात करने का मौका मिलेगा. मैं अपने सभी मुद्दे सदन के सामने रख रहा था, तभी 50 लोग 267 पर बहस के लिए तैयार थे, इस पर सहमति बनी लेकिन मुझे बोलने का मौका नहीं मिला. जब मैं बोल रहा हूं और अचानक अपना माइक बंद कर रहा हूं तो ये मेरा विशेषाधिकार है, आपने विशेषाधिकार को धमकी दी है, मेरा अपमान किया गया है. तुमने मेरे स्वाभिमान को मेरे सम्मान को चुनौती दे दी. अगर सदन सरकार के इशारे पर चलेगा तो मैं समझ जाऊंगा कि यह लोकतंत्र नहीं है.’ हालांकि खड़गे की ये बोलने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा।
कार्यवाही स्थगित :मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा
कल मुझे यहां बोलने की अनुमति मिली, आपकी वजह से मुझे बोलने का मौका मिला। आप हमेशा कहते हैं कि आपके मन में तीन लोगों का बहुत सम्मान है, एक प्रधानमंत्री, दूसरे विपक्ष के नेता और तीसरे सदन के नेता। इस पर जगदीप धनखड़ ने कहा कि जब मैं इस सीट पर बैठता हूं तो मेरे लिए सब कुछ वैसा ही होता है. हालांकि, इसके कुछ ही देर बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता नारेबाजी करने लगे. इसके बाद सभापति ने सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी |
मुझे संसद में बोलने नहीं दिया गया। मेरा माइक बंद कर दिया गया, जो मेरे विशेषाधिकार का हनन है।
ये मेरा अपमान है। मेरे आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई है।
अगर सरकार के इशारे पर सदन चला तो मैं समझूंगा कि लोकतंत्र नहीं है।
: कांग्रेस अध्यक्ष व राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge pic.twitter.com/l7KpOTSVit
— Congress (@INCIndia) July 26, 2023