महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना अब लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम से जानी जायेगी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना अब लोकमाता अहिल्याबाई होलकर के नाम से जानी जायेगी : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

मुख्यमंत्री ने 982.59 करोड़ की महेश्वर-जानापाव परियोजना सहित 1042.24 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों का किया शिलान्यास एवं लोकार्पण
मण्डलेश्वर में मुख्यमंत्री ने दी आमजन को सौगातें

महेश्वर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि महेश्वर-जानापाव उद्वहन माइक्रो सिंचाई परियोजना अब लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर के नाम से जानी जायेगी। देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती के उपलक्ष में महेश्वर में आयोजित डेस्टिनेशन केबिनेट और मण्डलेश्वर से महेश्वर-जानापाव माइक्रो सिंचाई परियोजना सहित 1042.24 करोड़ रुपये के निर्माण कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण पुण्य-श्लोका देवी अहिल्याबाई के प्रति राज्य सरकार का पुण्य स्मरण और उनके बताये मार्गों पर चलने का एक प्रयास भर है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने यह बात खरगौन जिले के मण्डलेश्वर में सिंचाई परियोजना के शिलान्यास के साथ अन्य विकास कार्यों के भूमि-पूजन एवं लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने मण्डलेश्वर में 994.72 करोड़ रूपए के 7 कार्यों का शिलान्यास और 47.52 करोड़ रूपए के 20 कार्यों का लोकार्पण किया।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिये गये “ज्ञान पर ध्यान’’ के मंत्र को साकार करने की दिशा में कार्य करते हुए गरीब, युवा, महिला और नारी सशक्तिकरण के लिये कृत-संकल्पित होकर कार्य कर रही है। उन्होंने बताया कि मण्डलेश्वर से 1042.24 करोड़ रुपये के 27 कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास से क्षेत्रवासियों को विकास की अभूतपूर्व सौगात मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार प्रदेश के 2 लाख अस्थायी पम्पधारक किसानों को सौर ऊर्जा के उत्पादन में आत्म-निर्भर बनाने जा रही है। इसके लिये सरकार किसानों को 3 से 7.5 हॉर्स पॉवर तक के सोलर पम्प को खरीदने में सहायता प्रदान करेगी। किसानों को मात्र 10 प्रतिशत राशि का भुगतान करना होगा, शेष राशि सरकार द्वारा प्रदान की जायेगी। इससे किसानों को अस्थायी पम्प कनेक्शन से मुक्ति मिलेगी और वे अपनी आवश्यकता की बिजली सोलर सिस्टम से जनरेट कर सकेंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य के विभिन्न धार्मिक नगरों एवं स्थानों पर शराबबंदी की जायेगी। प्रथम चरण में प्रदेश के 19 स्थानों को चयनित किया गया है, जहाँ पूर्ण शराबबंदी लागू होगी। प्रदेश के उज्जैन, दतिया, पन्ना, मण्डला, मंदसौर, मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, मण्डलेश्वर, ओरछा, चित्रकूट और अमरकंटक नगरों के अतिरिक्त सलकनपुर, बरमानकलां, कुण्डलपुर, बांदकपुर, बरमानखुर्द और लिंगा ग्राम पंचायत में शराबबंदी की जायेगी। सरकार के इस महत्वपूर्ण कदम से धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाये रखने में मदद तो मिलेगी ही, साथ ही पारिवारिक और सामाजिक सद्भाव में भी निश्चित ही वृद्धि होगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी अंचलों के समग्र विकास को दृष्टिगत रखते हुए संकल्पबद्ध होकर कार्य कर रही है। सरकार ने इसके लिये नवाचार करते हुए रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव का देश में पहली बार सूत्रपात किया है। अब तक सरकार 7 स्थानों पर आरआईसी का आयोजन कर चुकी है। इससे सभी क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना में तो मदद मिल ही रही है, साथ ही 3 लाख युवाओं के लिये रोजगार के नये अवसर भी सृजित हो रहे हैं।

इंदौर, धार और खरगौन के 123 गाँवों में नर्मदा जल से होगी सिंचाई

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण की 982 करोड़ 59 लाख रुपये की महेश्वर-जानापाव उद्वहन सिंचाई परियोजना के पूर्ण होने पर खरगौन जिले की महेश्वर, धार जिले की पीथमपुर एवं इंदौर जिले की महू तहसील के कुल 123 ग्रामों के किसानों के खेत में सिंचाई के लिए नर्मदा का जल पहुँचेगा। इससे इन गाँवों के किसानों का कृषि उत्पादन बढ़ेगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी।

कैलेण्डर का किया विमोचन

मुख्यमंत्री डॉं. यादव ने लोकमाता अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद खरगौन की ओर से वर्ष 2025 के कैलेण्डर का विमोचन किया। कैलेण्डर में दशहरा पर्व पर मातोकी गादी पर मुख्यमंत्री द्वारा 2024 में किये गये शस्त्र पूजन और पुष्प अर्पण के चित्र प्रदर्शित किये गये हैं। महान शिव उपासक लोकमाता अहिल्याबाई की शाही पालकी तथा उनके द्वारा किये गये पार्थिव शिवलिंग पूजन एवं माँ अहिल्या के माता-पिता, मातोका जन्म स्थल और उनके पति एवं पूजा-स्थल के चित्र शामिल किए गये है। कैलेण्डर में लोकमाता अहिल्याबाई द्वारा जारी की गई मुद्राएँ, शस्त्र और शास्त्र के साथ उनको राज कार्य करते हुए दिखाया गया है। इसमें महेश्वर किला एवं घाट के विहंगम दृश्य और निमाड़ उत्सव के चित्र भी प्रदर्शित किये गये हैं।

लोकमाता अहिल्याबाई की जीवनी पर आधारित बुकलेट का भी हुआ विमोचन

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पुण्य-श्लोका लोकमाता अहिल्याबाई के जीवन पर आधारित गौरव-गाथा पर आधारित पुस्तिका का विमोचन किया। पुस्तिका में लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की प्रतिभा, प्रज्ञा, साधना और श्रम से संघर्षमय परिस्थितियों में अपने राज्य और देश के स्वाभिमान की रक्षा के लिये किये गये अद्वितीय कार्यों का गौरव-गान किया गया है। लोकमाता का चरित्र देश की तरूणाई के लिए प्रेरणादायक रहा है। वे करूणारूपी, प्रजावत्सला के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगी। पुस्तिका में बचपन से ही धर्म के प्रति उन्में अगाध श्रद्धा और दृढ़ता के भाव का उल्लेखनीय वर्णन किया गया है। वे नारी जागरण के लिए अग्रदूत बनकर आयीं। होलकर वंश की इस दीपशिखा का प्रकाश सदियों से जगमगाता रहा है और जगमगाता रहेगा। शस्त्र और शास्त्र दोनों विधाओं में कुशल लोकमाता भारतीय इतिहास में सदैव स्मरणीय रहेंगी।

कार्यक्रम में केंद्रीय राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर, नगरीय विकास एवं आवास तथा संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, खेल एवं युवा कल्याण और खरगौन जिले के प्रभारी मंत्री विश्वास सांरग, अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री नागर सिंह चौहान, राज्यसभा सदस्य सुमेर सिंह सोलंकी और सुकविता पाटीदार, स्थानीय सांसद गजेन्द्र सिंह पटेल, सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल, विधायक बालकृष्ण पाटीदार और सचिन बिरला, स्थानीय विधायक राजकुमार मेव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

 

India Edge News Desk

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