उत्तर प्रदेश, बिहार, एमपी और दिल्ली में कई फिटजी कोचिंग सेंटर अचानक बंद, सैंकड़ों छात्र व उनके पेरेंट्स मुश्किल में फंसे

नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश, बिहार, एमपी और दिल्ली में कई फिटजी (FIITJEE) कोचिंग सेंटर अचानक बंद हो जाने से सैंकड़ों छात्र व उनके पेरेंट्स मुश्किल में फंस गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीते सप्ताह से उत्तर भारत में कम से कम 8 फिटजी कोचिंग सेंटर पर ताला लग गया है। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन के बीच और बोर्ड परीक्षाओं से पहले कोचिंग सेंटर बंद होने से यहां पढ़ रहे स्टूडेंट्स आक्रोश में हैं। गुस्साए स्टूडेंट्स और पेरेंट्स ने फीस वापसी की मांग को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन की तैयारी कर रहे इन छात्रों ने 4 से 5 लाख रुपये की एडवांस फीस जमा कराई गई थी।

अधिकारियों ने बताया कि सैलरी न मिलने के चलते कई शिक्षकों ने एक साथ नौकरी छोड़ दी जिसके बाद कोचिंग सेंटर बंद करने का फैसला लिया गया। फिटजी की एक शाखा के प्रशासनिक प्रमुख ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया, 'काफी समय से संस्थान में आर्थिक हालात खराब थे, सैलरी समय पर नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में कई शिक्षकों को दूसरी जगह से भी ऑफर आए और लोगों ने वहां नौकरी ज्वाइन कर ली।'

फिटजी कोचिंग सेंटर की यहां की ब्रांच बंद
फिटजी कोचिंग सेंटर की नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, वाराणसी, पटना, मेरठ और भोपाल जैसे शहरों में ब्रांच बंद हुई हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ में फिटजी की एक ब्रांच हाल ही में बंद हुई है। अधिकारियों के अनुसार सेंटर के प्रशासन ने शुरू में नोएडा से शिक्षकों की व्यवस्था करने की कोशिश की लेकिन यह केवल कुछ दिनों तक ही चला। इसके बाद उन्हें संस्थान बंद करना पड़ा। कई अभिभावकों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया गया है कि प्राइवेट कोचिंग संस्थान ने उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया और उनके पैसे वापस नहीं किए। इंटरनेट पर ऐसी कई वीडियो व फोटो हैं जिसमें अभिभावकों को संस्थान की अब बंद हो चुकी ब्रांच के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया है।

मेरठ में फिटजी संस्थान में पढ़ने वाले एक छात्र के अभिभावक ने कहा, 'लगभग छह महीने पहले कुछ राज्यों में कई फिटजी कोचिंग संस्थान बंद हो गए थे। इसके बाद उन्होंने हमें बताया कि ये कोचिंग सेंटर बंद नहीं होंगे। ये सेंटर प्रोफिट में हैं और फीस का भुगतान करते रहें। मैंने पहले ही 6 लाख रुपये की फीस दे रखी है। उन्होंने सभी के पैसे ले लिए और हमें बताया कि कक्षाएं चलती रहेंगी। यहां तक ​​कि जब शिक्षक चले गए, तब भी उन्होंने कहा कि हम फिर भी काम चला लेंगे।' मीडिया से बात करते हुए पेरेंट्स ने कहा कि परीक्षाओं के बीच कोचिंग संस्थान अचानक बंद होने जाने से बच्चों का आत्मविश्ववास कम हो गए हैं। वे 18-18 घंटे पढ़ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक आईआईटी दिल्ली के पास कालू सराय स्थित फिटजी कोचिंग ब्रांच भी बंद हो गई है। बताया जा रहा है कि यहां के टीचरों को सैलरी नहीं मिल रही थी इसलिए उनके जॉब छोड़ने के बाद कक्षाएं बाधित हो गईं।

एचटी दिल्ली के कालू सराय में फिटजी हेड ऑफिस भी पहुंचा। हालांकि सुरक्षा गार्डों ने कहा कि मैनेजमेंट स्टाफ पांच दिनों से सेंटर पर नहीं आए हैं। इसके अलावा फिटजी की वेबसाइट पर दिए गए फोन नंबरों पर किए गए कॉल और इसके आधिकारिक मेल आईडी पर भेजे गए ईमेल का प्रेस में जाने तक कोई जवाब नहीं मिला। दिल्ली में लक्ष्मी नगर की ब्रांच पर भी ताला लगा है।

पटना में भी केस दर्ज
पटना में भी छात्रों का आरोप है कि फिटजी ने उसने मोटी फीस लेकर कोचिंग सेंटर बंद कर दिए। नाराज छात्रों ने पटना के कोतवाली थाने में अपनी शिकायत दर्ज करवाई है। थाने में फिटजी के निदेशक डीके गोयल, CFO मनीष आनंद, सेंटर हेड राजीव बब्बर और आर के ठाकुर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इन सभी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

नोएडा
गुरुवार को नोएडा के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोचिंग सेंटर की कई शाखा बंद हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इसके पीछे का कारण ये है कि संस्थान वित्तीय संकट और लाइसेंसिंग और अग्नि सुरक्षा नियमों के उल्लंघन में फंसा है। सेक्टर-62 स्थित फिटजी कोचिंग सेंटर पर बुधवार देर शाम अभिभावकों ने जमकर हंगामा किया। पैरंट्स का आरोप है कि कोचिंग सेंटर संचालक पूरी फीस जमा कर सेंटर को बंद कर फरार हो गया है। इसके लिए मंगलवार देर शाम कोचिंग सेंटर के ऑपरेशनल हेड संजीव झा की ओर से अभिभावकों को मैसेज भेजा गया। इसकी शिकायत सेक्टर-58 थाने में की गई है।

बीते सप्ताह राजनगर डिस्ट्रिक्ट सेंटर में स्थित फिटजी कोचिंग सेंटर बंद हो गया था। इस कोचिंग सेंटर ने अपने 800 छात्रों में हरेक से साढ़े 3 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक एडवांस फीस वसूली थी। कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र इस कोचिंग सेंटर से पढ़ाई कर इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। शास्त्री नगर इलाके के रहने वाले मनीष गुप्ता का 11वीं क्लास में पढ़ने वाला बेटा भी यहां से कोचिंग ले रहा था। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों से लेक्चर रेगुलर तौर पर नहीं चल रहे थे। उन्होंने टीओआई से कहा, 'मैंने चार साल तक फीस के तौर पर 4 लाख रुपए चुकाए। लेकिन मैनेजमेंट पिछले तीन महीनों से लगातार कक्षाएं रद्द कर रहा है। इससे मेरे बेटे की जेईई मेन की तैयारी पर बुरा असर पड़ा है। जब मैं पिछले शुक्रवार को कोचिंग सेंटर गया तो पाया कि कुछ शिक्षक वेतन न मिलने के कारण स्कूल छोड़ रहे हैं।'

 

India Edge News Desk

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