कोहली पर मानसिक थकान हावी, विश्राम देने की सख्त जरूरत
इंडिया एज न्यूज नेटवर्क
मुंबई : भारतीय टीम के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर मानसिक थकान हावी है तथा उन्हें अभी क्रिकेट से विश्राम देने की सख्त जरूरत है ताकि वह अगले सात-आठ साल तक देश के लिये खेल सकें। कोहली अभी अच्छी फॉर्म में नहीं चल रहे हैं। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की तरफ से सात मैचों में केवल दो बार 40 रन से अधिक का स्कोर बनाया है।
दिल्ली के रहने वाले इस 33 वर्षीय बल्लेबाज ने सभी प्रारूपों में पिछले 100 मैचों में शतक नहीं लगाया है। उन्होंने भारत और आरसीबी दोनों की टी20 कप्तानी छोड़ दी थी। वह टेस्ट कप्तानी से भी हट गए हैं जबकि उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटा दिया गया था। शास्त्री का मानना है कोहली जैसे खिलाड़ी की कोविड-19 के कारण खिलाड़ियों के एक जगह तक सीमित हो जाने के माहौल में अच्छी तरह से देखभाल करने की जरूरत है।
शास्त्री ने कहा, ‘मैं यहां सीधे मुख्य खिलाड़ी की बात करता हूं। विराट कोहली पर व्यस्तता के कारण थकान हावी है। यदि किसी को विश्राम की जरूरत है तो वह कोहली है।’ उन्होंने कहा, ‘चाहे वह ढाई महीने का विश्राम हो या डेढ़ महीने का। यह इंग्लैंड दौरे से पहले हो या बाद में, उन्हें विश्राम की जरूरत है क्योंकि उनमें अभी छह-सात साल की क्रिकेट बची है और आप मानसिक थकान के कारण उन्हें नहीं गंवाना चाहोगे।’ कोहली मंगलवार को आईपीएल मैच में पहली गेंद पर आउट हो गए थे।
आरसीबी ने कप्तान फाफ डुप्लेसी की 96 रन की पारी की मदद से इस मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स को 18 रन से हराया। शास्त्री ने कहा, ‘‘जब मैं कोच था तब मैंने पहली बार इसकी शुरुआत की थी। मैंने पहली बात यही कही थी कि आपको खिलाड़ियों के प्रति सहानुभूति दिखाने की जरूरत है।’ उन्होंने कहा, ‘अगर आप जबर्दस्ती करते हैं तो फिर एक खिलाड़ी को गंवा सकते हैं। वह अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं दे पाएगा। इसलिए हमें बेहद सतर्क रहना होगा।’
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने भी शास्त्री की बात पर सहमति जताई और कहा कि कोहली को नई ऊर्जा हासिल करने के लिए कुछ समय के लिए खेल और सोशल मीडिया से दूर रहना होगा। पीटरसन ने कहा, ‘वह कई चीजों से जुड़ा है। वह इस खेल का सबसे बड़ा स्टार है। विराट कोहली को कुछ समय तक विश्राम लेने की सख्त जरूरत है। उन्हें सोशल मीडिया से दूर रहना होगा और खुद को फिर से ऊर्जावान बनाना होगा।
(जी.एन.एस)